कोरोना के चलते राज्य सरकारों ने बड़ा फैसला लेते हुए कांवड़ यात्रा पर इस साल प्रतिबंध लगा दिया है। 6 जुलाई से सावन शुरू हो रहे हैं। इस महीने भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में कांवड़ लेकर उत्तराखंड पहुंचते हैं। लेकिन इस बार कोरोना के चलते कांवड़ यात्रा को स्थगित करना पड़ गया है।रविवार को गुरु पूर्णिमा के दिन भी पुलिस ने उत्तराखंड और यूपी की सीमाओं पर सख्ती का रिहर्सल किया। हरिद्वार आने वाले हजारों लोगों को राज्य में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
गुरु पूर्णिमा पर हर साल देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं का हरिद्वार आवागमन होता है जो गंगा स्नान करने के साथ ही विभिन्न आश्रमों में पहुंचकर अपने गुरु की पूजा करने के साथ ही उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते पुलिस ने सुबह से ही सख्ती कर दी थी।हरकी पैड़ी पर कांवड़ियों की एंट्री रोकने के लिए हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने कमर कस ली है। हरकी पैड़ी के संपर्क मार्गों पर बैरिकेडिंग करते हुए चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। हालांकि अस्थि विसर्जन के लिए आ रहे यात्रियों को रोका नहीं जाएगा।
सोमवार से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। कांवड़ियों को रोकने के लिए जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।
इस बार कांवड़ बाजार भी नहीं सज रहा है। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि पोस्ट ऑफिस तिराहा, भीमगोडा चेकपोस्ट, संजय पुल, शिवपुल, हाथी पुल व विष्णु घाट पुल पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। बाकायदा बैरीकेटिंग लगा दिए गए हैं। किसी को भी हरकी पैड़ी नहीं पहुंचने दिया जाएगा। जो व्यक्ति अस्थि विसर्जन करने आ रहे हैं, उन्हें जाने दिया जाएगा।
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इस तरह शिवभक्त इस बार उत्तराखंड नहीं पहुंच सकेंगे। कोरोना महामारी के चलते सरकारी की तरफ ये कदम उठाया गया है।