जहां एक तरफ कोरोना ने पूरी दुनिया को थाम करे रख दिया है तो वहीं दूसरी तरफ हरिद्वार में लगने वाले कुंभ पर भी बादल मंडराने लगे हैं। ऐसे में उत्तराखंड सरकार के आगे सबसे बड़ी चुनौती ये है कि वो इससे कैसे निबटेगी।आपको बता दें, हरिद्वार के कुछ संतों का मत है कि मेला एक साल के लिए आगे बढ़ाना चाहिए, ये 2022 में होना चाहिए। उत्तराखंड सरकार ने भी लॉकडाउन के चलते कुंभ से जुड़े कुछ कामों पर रोक लगा दी है।
हालांकि, मेले को आगे बढ़ाने पर अभी कोई विचार नहीं किया जा रहा है, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी स्पष्ट किया है कि मेला आगे बढ़ाया नहीं जा सकता है क्योंकि ये सनातन परंपरा का मामला है। अभी इस पर विचार नहीं किया जा रहा है। मेला प्रशासन ने भी ये स्पष्ट किया है कि अखाड़ा परिषद की सहमति के बिना कोई फैसला नहीं होगा। अभी मेले की तैयारियां जारी हैं।
हरिद्वार महाकुंभ में अभी करीब 7 महीने का समय है। राज्य सरकार के लिए ये प्रतिष्ठा वाला आयोजन है। इसके लिए बड़े पैमाने पर खर्च भी किया जा रहा है। महाकुंभ को विश्वस्तरीय स्वरूप देने के लिए अभी तक उत्तराखंड सरकार करीब 400 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। इस कुंभ मेले में लगभग 5 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान था।
पिछले ढाई महीने में बदली परिस्थितियों से कुछ आशंकाएं संतों के मन में उभरी हैं। कुछ संतों का मत है कि इस बार कुंभ को एक साल आगे बढ़ा देना चाहिए। स्वामी विश्वात्मानंद पुरी के मुताबिक विशेष परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा किया जा सकता है। एक साल आगे बढ़ाने में कोई हर्ज नहीं है। कुछ अन्य संतों का भी ऐसा ही मत है। हालांकि, मेला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मेले को आगे बढ़ाने को लेकर फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। मेले पर कोई भी निर्णय अखाड़ा परिषद की सहमति के बिना नहीं लिया जाएगा।
लेकिन वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यत्र महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक हरिद्वार कुंभ मेले को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। ये सनातन परंपरा का मामला है। अभी कुंभ में काफी समय है। तब तक परिस्थितियां काफी सुधर सकती है। उत्तराखंड सरकार की तरफ से भी अभी इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।
हरिद्वार में काफी अच्छी गति के साथ काम चल रहा है। महाकुंभ तय समय पर ही होगा।
फिलहाल लॉकडाउन की वजह से इन कार्यों को रोक दिया गया था मगर अब इन कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए दिन और रात कार्य किया जा रहा है। इन्हीं कार्यों को जल्द पूरा कराने के लिए जिलाधिकारी सी रविशंकर ने शनिवार को 28 किलोमीटर कुंभ मेले के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और एनएच के अधिकारियों को जल्द कार्य पूरा करने के लिए निर्देशित किया।
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बेहरहाल अभी इस बात की पूरण रूप से पुष्टी नहीं हो सकी है कि, अगले साल हरिद्वार में कुंभ लगेगा या नहीं लेकिन तैयारियां पूरी चल रही हैं।