हरिद्वार: कुंभ मेले का आगाज हो चुकी है। हरि की पौड़ी पर आज लाखों संख्या में श्रद्धालुओं ने महाशिवरात्रि के पर्व पर शाही स्नान किया है। बताया जा रहा है कि, 108 साल बाद ऐसा हुआ है जब महाशिवरात्रि के दिन शाही स्नान पड़ा है। शाही स्नान पर पवित्र गंगा में श्रद्धालुओं ने पवित्र मन से आस्था की डुबकी लगाई। लेकिन आपका यह सपना अधूरा रह सकता है, अगर जाने से पहले इन बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपकी यात्रा अधूरी रह सकती है। दरअसल केंद्र सरकार के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने एसओपी जारी की है। कोरोना काल में हो रहे कुंभ मेले में सावधानियां बरतने की अपील की गई है। इसलिए कुंभ में आ रहे श्रद्धालुओं को सरकार द्वारा बनाए गए कुछ नियमों का पालन करना होगा। सरकार के नियमों का पालन आश्रम, धर्मशाला व अन्य सार्वजनिक जगहों को भी करना होगा ।
आइए जानते हैं क्या है नियम?
1- कुंभ मेले में प्रवेश करने से पहले हर श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। यह रिपोर्ट 72 तक पहले की ही मान्य होगी। यह नियम सभी जगह लागू है। आश्रम, धर्मशाला, होटल आदि जगहों पर ठहरने से पहले हर व्यक्ति को कोविड आरटीपीसीआर दिखाना जरूरी है।
2- दूसरा नियम यह है कि यात्रा करने से पहले प्रत्येक व्यक्ति को महाकुंभ मेला 2021 के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। केवल उन्हीं व्यक्तियों को मेला परिसर में एंट्री मिलेगी जिनका पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा।
3- आश्रम और धर्मशाला में उन्हीं श्रद्धालुओं को एंट्री मिली जिनके पास एंट्री पास हो या फिर हथेली पर अमिट स्याही का चेक्ड मार्क होना अनिवार्य है। नहीं तो धर्मशाला में प्रवेश नहीं मिलेगा।
4- कोविड के चलते प्रशासन ने मेला परिसर में किसी भी स्थान पर भजन या फिर भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है।
5- कोविड के चलते प्रशासन ने स्नान करने का समय तय कर रखा है। श्रद्धालुओं के जत्थे को स्नान के लिए सिर्फ 20 मिनट ही दिए जाएंगे।
6- स्नान घाट या घाट क्षेत्र में तैनात सभी कर्मी यथासंभव PPE किट से लैस होंगे और सभी सुरक्षा उपायों का पालन करेंगे।
7- रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भी टिकट के साथ पंजीकरण पत्र और कोविड-10 की निगेटिव रिपोर्ट दिखाएं नहीं तो एंट्री नहीं दी जाएगी।