हरदोई। भारत सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक हरदोई जिला स्वच्छता के मामले में नीचे से चौथे पायदान पर है। विकास और स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हुए लेकिन इसका कितना अंश ठीक जगह लगा ये बात इस रिपोर्ट से साफ कही गई है। बात अगर सफाई व्यवस्था की जाए तो गांव हो देहात या बस्ती की हालात बहुत खराब है।
इतना ही नहीं कलेक्ट्रेट परिसर में विकास भवन और मुख्य विकास अधिकारी के दफ़्तर में भी सफाई देखने को नहीं मिलती। तस्वीरों में साफ़ है की किस तरह कूड़े का ढेर लगा हुआ है विकास भवन कूड़े का घर बना हुआ है बावजूद इसके, अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया जिसके चलते हरदोई जिला नतीजन 431 वें स्थान पर पहुंच गया।
जहां एक तरफ प्रधानमंत्री स्वच्छता के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च करते हैं और लोगों से शौचालय बनवाने की अपील करते नज़र आ रहे हैं वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में बना बाबा आदम के ज़माने का शौचालय सिस्टम को मुंह चिढ़ाता नज़र आ रहा है। क्योंकि इस तरह के शौचालय तो अब गांवो में भी ढूंढने से नहीं मिलेंगे |
आशीष सिंह, संवाददाता