विकासनगर। आम बजट में जनजातीय बाहुल्य वाले इलाकों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा के साथ ही चकराता प्रखंड में भी आवासीय स्कूल खुलने की उम्मीद जग गई है। अब तक पूरे प्रदेश में महज कालसी में ही एकलव्य आदर्श विद्यालय संचालित हो रहा है। वित्त मंत्री की इस घोषणा से लोगों में उत्साह का माहौल है।

बता दें कि आम बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने उन सभी प्रखंडों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा की हैं जहां अनुसूचित जनजाति की आबादी पचास प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में इस घोषणा के बाद से चकराता प्रखंडों के लोगों में भी छात्रों को घर के पास सस्ती और बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की उम्मीद जगी है। मालूम हो कि कालसी में संचालित हो रहे एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल में महज 60 ही सीटें निर्धारित हैं। ऐसे में अब चकराता में भी एकलव्य खुलने के बाद अन्य छात्रों को भी अच्छी शिक्षा मिल सकेगी।
वहीं समाज सेवी सालक राम जोशी, 88 आदि का कहना है कि सरकार का यह निर्णय बेहद अच्छा है। इससे जनजातीय इलाकों में शिक्षा के स्तर में सुधार आ सकेगा। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. जीसी बडोनी ने कहा कि इस निर्णय का लाभ हजारों एससी वर्ग के छात्रों को मिलेगा। बीते साल ऊधमसिंहनगर में भी स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।