लखनऊः रक्षाबंधन के मौके पर बाजारों की रौनक बढ़ गई है। लॉकडाउन में ढील देकर सरकार ने व्यापारियों और आम जनता के लिए उत्साह बढ़ाने का काम किया है। बाजारों में सजी दुकानों पर महिलाओं की खरीददारी और भीड़ देखने से साफ पता चला रहा है कि त्योहार को लेकर लोगों के भीतर कितना उत्साह और खुशी है।
बता दें कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते रक्षाबंधन का त्योहार फीका-फीका नजर आया था। लोगों में ऐसा उत्साह देखने को नहीं मिला था। वहीं, इस बार दुकानदारों के चेहरे पर अलग ही चमक देखने को मिल रही है। बाजार में मेड इन इंडिया और हैंडमेड राखियों की बहार है। डोरेमॉन, मोटू-पतलू और इंडियन ट्वायज की बनी राखियों पर बच्चों की खास नजर रहती है।
गोरखपुर के घंटाघट के पास सजे राखियों के बाजार में काफी भीड़ देखने को मिल रही है। महिलाओं और बच्चों में भी खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। इस बार की राखियां हर साल की अपेक्षा थोड़ी अलग दिख रही है। दुकानदार बताते हैं कि इस बार सारी राखियां हैंडमेड ही हैं। वे कहते हैं कि बच्चों के लिए डोरेमॉन, मोटू-पतलू और घड़ी के आकार की लाइटिंग वाली राखी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि हैंडमेड इंडियन राखियां ही बाजार में हैं। उनके पास 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की राखियां हैं।
डिमांड में हैं ये राखियां
वे कहते हैं कि तीसरी लहर का डर भी लोगों के अंदर है। उन्होंने बताया कि इस बार राखी बहुत महंगी नहीं बिक रही है। सारी राखियां हैंडमेड हैं। रोली, चंदन, लक्ष्मी-गणेश, मोती, रुद्राक्ष, भाई-बहन और मोतियों की राखियों की डिमांड है। राखी खरीदने आई अनुराधा और आरती कुशवाहा कहती हैं कि बाजार में राखी काफी महंगी हैं। 25 से 30 रुपए तक की राखियां उन्होंने खरीदी हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में बहुत भीड़ नहीं है।