- संवाददाता, भारत खबर
मेरठ। दिल्ली-देहरादून बाईपास पर सुभारती यूनिवर्सिटी में रविवार रात बाहर से आए आधा दर्जन से अधिक हथियारबंद युवकों ने सुभारती में काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड मनोज नागर निवासी बहादरपुर को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया, वही सिक्योरिटी गार्ड मनोज नागर के बचाव में आए सिक्योरिटी गार्ड कृष्ण वीर और सुपरवाइजर अनिल को भी गोली मारकर घायल कर दिया।
घटना के बाद सभी बदमाश हाथों में पिस्टल लहराते हुए वहां भाग निकले, सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी नितिन तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सहित सीओ सरधना पंकज कुमार ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश करने लगे।
कार, बाईक से आए थे युवक कहासुनी के बाद मारी गोली
एसपीसिटी ने बताया कि रविवार की रात सुभारती यूनिवर्सिटी में भादर पुर गांव का रहने वाला युवक मनोज नागर सिक्योर्टी गार्ड की ड्यूटी कर रहा था, तभी कुछ बाइकों पर और कार में सवार होकर आए युवकों का मनोज नागर से विवाद हो गया जिसके बाद हथियारबंद बदमाशों ने एक के बाद एक मनोज नागर पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। मनोज नागर की चीख-पुकार सुनकर बचाव में आए सिक्योरिटी गार्ड कृष्ण वीर और सुपरवाइजर अनिल को भी गोली लग गई। वहीं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी दो युवक सूरज प्रताप और मोहित पंवार की पहचान की गई है, आरोपियों की तलाश में एसपी सिटी ने तीन टीमें बनाकर रवाना कर दी है।
परिजनों को नहीं दी सूचना- शव भेजा पोस्टमार्टम हाउस, ग्रामीणों में उबाल
मृतक के परिजनों को सूचना दिए बिना शव ले जाने पर भड़के ग्रामीण और परिजन घटना के बाद मृतक मनोज नागर के शव को परिजनों से बताए बिना पोस्टमार्टम हाउस ले जाने पर ग्रामीण और मृतक के परिजनों में आक्रोश पैदा हो गया जिसके बाद मृतक के परिजनों ने सुभारती में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों वहीं धरने पर बैठ गए, मामले को बढ़ता देख मौके पर पहुंचे सीओ सरधना पंकज कुमार और इंस्पेक्टर परतापुर तपेश्वर सागर ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। मृतक के परिजनों ने कहा कि सुभारती पर भी कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि यहां पर हर साल किसी ने किसी मामले में गोलीबारी होती रहती है।