इस्लमामाबाद। साल 2008 के मुंबई हमलों का दोषी हाफिज सईद खुद को पाक-साफ साबित करने के लिए राजनीति के मैदान में उतरने की पूरजोर कोशिश कर रहा है। इसके लिए आतंकी हाफिज ने मिल्ली मुस्लिम लीग के नाम से राजनीतिक पार्टी भी बना ली है। अपने आपकों पाक साबित करने की हाफिज के इस पैतरे को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने करारा झटका दिया है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत करने संबधी आवेदन को सिरे से खारिज कर दिया है। बता दें कि हाफिज ने अपने संगठन जमात-उद-दावा का नाम बदलकर मिल्ली मुस्लिम लीग रख दिया है।
यहीं नहीं पाकिस्तान के चुनाव आयोग के साथ-साथ पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने भी हाफिज को झटका देते हुए उसकी पार्टी को राजनीति का अमली-जामा पहनाने का विरोध किया है। मिल्ली मुस्लिम लीग ने राजनीतिक दल के रूप में मान्यता के लिए चुनाव आयोग में पंजीकरण के वास्ते आवेदन किया था, ताकि वह चुनाव लड़ने के लिए इस मंच का इस्तेमाल कर सके. हालांकि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इस पर सुनवाई के बाद आवेदन को खारिज कर दिया और मिल्ली मुस्लिम लीग से गृह मंत्रालय से अनापत्ति हासिल करने को कहा।
गृह मंत्रालय ने एक पत्र लिखकर आयोग को मिल्ली मुस्लिम लीग का कुछ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ रिश्ते के चलते पंजीकृत नहीं करने को कहा था. मुख्य चुनाव आयुक्त सरदार रजा खान ने कहा कि गृह मंत्रालय के पत्र में जिक्र है कि एमएमएल को कुछ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों का समर्थन प्राप्त है। हाफिज सईद के जमात-उद-दावा को जून 2014 में ही अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था।