इस्लामाबाद। पिछले काफी दिनों से नजरबंद हुए जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद अपनी आजादी की गुहार पाकिस्तान सरकार से लगाई है। साथ ही कहा है कि वो देश की सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का खतरा नहीं है लिहाजा उस पर लगे बैन को हटा लिया जाए।दरअसल पाक सरकार ने देश की सुरक्षा का हवाला देते हुए 90 दिनों के लिए हाफिज सईद समेत 37 नेताओं को फलह-ए-इंसानियक संस्था को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में डाल दिया था जिसके बाद से हाफिज को हाउस अरेस्ट किया गया।
जानकारी के मुताबिक हाफिज ने ये बात एक खत में लिखी जिसे उसने गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान को भेजा। इस पत्र में सईद ने लिखा कि उससे ना तो देश को कोई खतरा है और ना ही उसका संगठन किसी भी आतंकी गतिविधि में शामिल है लिहाजा उसे तुरंत वहां से छोड़ देना चाहिए।
बता दें कि 31 जनवरी को आतंकी सरगना हाफिज सईद सहित 4 और आतंकियों को पाकिस्तानी सेना ने आतंकरोधी नियमों के तहत नजरबंद किया था। मस्जिद में हाफिज को नजरबंद किए जाने के बाद हाफिज का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें हाफिज कह रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने बाहरी दबाव में आकर उसे गिरफ्तार किया है। वीडियो में हाफिज ने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच नई-नई दोस्ती हुई है और मोदी के इशारे पर अमेरिकी दबाव में हमें नजरबंद करके रखा गया है।’
इसके साथ ही कुछ दिन पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि आतंकी हाफिज ने अपने आतंकी संगठन जमात उद दावा का नाम बदल दिया है। इसका नया नाम अब तहरीक ए आजादी जम्मू-कश्मीर (टीएजेके) होगा। बताया जा रहा है कि नाम बदलने का यह फैसला हाफिज के नजरबंदी के करीब एक हफ्ते बाद लिया गया।