अलीगढ़। तीन दिवसीय गुरुकुल राजघाट में चल रहे रजत जयंती समारोह के समापन के दिन प्रथम सत्र में सांसद भोला सिंह पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने चतुर्वेद परायण यज्ञ कराने हेतु समिति की भूरि-भरि प्रशंसा की और भविष्य में गुरुकुल की हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
द्वितीय सत्र में सज्जन सिंह कोठारी पूर्व लोकायुक्त राजस्थान पहुंचे। उनके सम्मुख गुरुकुल के छोटे-छोटे बालकों द्वारा योगासन एवं कमांडो प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया गया। ब्रह्मचारियों के प्रदर्शन को देखकर जनता ने दांतो तले उंगली दबा ली और पूरा पंडाल तालियों की आवाज से गूंज उठा। साथ ही दर्शकों ने भारत मां की जय के जयकारे लगा दिए। इस सत्र में आर्शीवचन देते हुए पूर्व लोकायुक्त ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों में प्रदर्शन की ऊर्जा निश्चित ही दैनिक यज्ञ-हवन एवं वेद के पठन-पाठन से आती है। उन्होंने कहा कि अगर सुख शांति पानी है तो वेदों की ओर लौटना होगा। ब्रह्मचारियों को प्रशिक्षण आर्य वीर दल के वरिष्ठ शिक्षकों द्वारा दिया गया।
देश भक्ति और गौ माता की रक्षा पर बातचीत करते हुए झारखंड से आए हर-हर आर्य ने बताया कि पतंजलि परिवार एवं आर्य समाज द्वारा गौ माता पालने और रक्षा पर जोर दिया जाता है। प्रत्येक नौजवान को आर्य समाज से जुड़ना चाहिए। संचालन करते हुए आचार्य योगेश शास्त्री ने कहां कि यह गुरुकुल में ही संभव है। पढ़ते-पढ़ते बच्चों को कमांडो की तरह प्रशिक्षण भी दिया जाता है और जब देश का बालक विद्यार्थी मजबूत होगा तो देश भी मजबूत होगा। इस दौरान पतंजलि परिवार से राकेश शर्मा एडवोकेट, नरेंद्र सिकरवार, नितिन सिंह, ज्ञानवती शर्मा, बॉबी आर्य, हरिओम आर्य, प्रवीण अग्रवाल, प्रेमपाल सिंह लोधी, मोहित सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, मुकेश सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा। रात्रि कालीन सत्र में महाकवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।