हिमाचल प्रदेश चर्चित गुड़िया हत्याकांड में इन दिनों सीबीआई अपनी कार्रवाई में लगी हुई है। लेकिन बुधवार को हिमाचल हाईकोर्ट ने सीबीआई को दो हफ्तों का वक्त दिया है। हाईकोर्ट द्वारा सीबीआई को अपनी स्टेटस रिपोर्ट को दो हफ्तों में दाखिल करने को कहा है। गुड़िया हत्याकांड में 21 सितंबर को अगली सुनवाई की जानी है।
वही इससे पहले हिमाचल प्रदेश के चर्चित गुड़िया गैंगरेप केस में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेप केस में सबूतों के साथ छोड़छाड़ करने के मामले में एसआईटी चीफ आईजी जहूर जैदी समेत 8 अफसरों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई द्वारा की गई इस बड़ी कार्रवाई के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। गैंगरेप केस में सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि एसआईटी ने इस मामले में गलत लोगों को आरोपी बनाकर पेश किया था और उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
जानकारी के अनुसार जिन पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है उन्होंने इस केस में आरोपियों को बचाने में अपनी भूमिका अदा की है। आपको बता दें कि यह घटना 4 जुलाई की है। जब घटना के आरोपी राजेंद्र उर्फ राजू अपने दोस्त के साथ कही जा रहा था लेकिन इस दौरान आरोपियों ने नाबालिग छात्रा गुड़िया को देखा तथा आरोपी उसे लिफ्ट देने के बहाने अपने साथ ले गए। दरअसल नाबालिग लिफ्ट के चक्कर में आरोपी के साथ चली गई थी क्योंकि वह आरोपियों को पहले से जानती थी। लेकिन उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि जिनके साथ वह जा रही है वह हैवान के रूप में उसके सामने आएंगे।
जानकारी के मुताबिक आरोपी उस वक्त शराब के नशे में पूरी तरह से धुत हो रखे थे ऐसे में जब उन्होंने छात्रा को लिफ्ट देने के बहाने अपने पास बुलाया और फिर नाबालिग को अपनी गंदी हवस का शिकार बना लिया था। आरोपियों ने दुष्कर्म करने के बाद नाबालिग की हत्या कर दी थी। घटना के बाद से लोगों में काफी आक्रोश देखा गया था। इंसाफ दिलाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया था। गुस्साएं लोगों ने कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था।