नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि 1 जुलाई से वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी लागू होने के बाद कीमतों में कमी आएगी इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार को एंटी प्राफिटियरिंग प्रोविजन का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा। जेटली ने कहा कि जीएसटी को लेकर शुरुआत में कुछ मुश्किलें हो सकती है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि कंपनियां जल्द ही इसके मुताबिक ढल जाएंगी।
उनका कहना था कि समग्र आधार पर पूरी कंजम्पशन बास्केट का नेट वेटेड एवरेज के लिहाज से इसमें कमी आनी चाहिए जेटली ने कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है जिन्होने ढांचागत सुधार करने की क्षमता दिखाई है। इस बारे में उन्होंने इनसॉल्वेंसी कानून ओवरसीज इनवेस्टमेंट रिफार्म्स और एयर इंडिया में डिसइनवेस्टमेंट क्लॉज के लिए बमुश्किल कोई इनबिल्ट मैकेनिज्म है मुझे उम्मीद है कि हमें इसका इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा यह एक चेतावनी के तौर पर रहनी चाहिए जीएसटी में इनपुट पर चुकाए गए जीएसटी से मिलने वाले बेनेफिट को पास नहीं करने वाली कि जीएसटी से सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी सर्विस टैक्स वैल्यू एडेड जैसे 17 टैक्स और 23 सेस समाप्त हो जाएंगे उनका कहना था कि यह एक कुशल और आसान टैक्स है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में चुनौतियां होंगी बेहद शानदार टेक्नोलाजी की खूबसूरती यह होती है कि वह बाधाओं को जल्द से जल्द दूर कर देता है यह रिफार्म आम आदमी ट्रेडर्स बिजनेस इंडस्ट्री और देश के हित में है आपको धीरज रखने की जरुरत हैं।