बीती रात देश में एक देश एक कर वाला जीएसटी लागू हो गया। जीएसटी संसद के केंद्रीय कक्ष में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा 12 बजे का घंटा बजाने के बाद लागू कर दिया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने इस सुधार की तुलना आजादी से की, पीएम का कहना है कि देश में आर्थिक क्षेत्र में काफी बड़ी उपलब्धि है। संसद में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यह एक काफी यादगार पल है। उनका कहना है कि यह एक एतिहासिक पल है, यह केंद्र तथा सभी राज्यों के बीच व्यापक सहमति का नतीजा है। इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कहना था कि यह भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता का सम्मान है।
कई जगह हुआ जीएसटी का विरोध
जीएसटी से देश की में सभी राज्य एक दूसरे से जुड़ जाएंगे और पूरे देश में सिर्फ एक साझा बाजार होगा। जीएसटी का 17 साल पुराना इंतजार बीती रात को खत्म हुआ है। जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था और सभी लोग एक दूसरे से जुड़ जाएंगे। साथ ही जीएसटी लागू होने से यह कारोबार सुगमता की दिशा में एक बड़ा ही महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। हालांकि छोटे व्यापारी और कारोबारी इस नई प्रणाली के कुछ भयभीत नजर आ रहे हैं। जीएसटी को लेकर कुछ आशंकाओं के चलते कई जगहों पर व्यापारियों में इसके प्रति खासा नाराजगी देखी गई। कई व्यापारियों ने तो मिलकर इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया। कश्मीर में भी इसका विरोध देखा गया। यहां बीते दिन बंद का आह्वान भी किया गया। वही देश के कई राज्यों से जीएसटी को आधार बना कर लोगों और व्यापारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन भी किया।
कई दलों ने किया जीएसटी का किया विरोध
जीएसटी लागू होने से पहले सिर्फ व्यापारियों या लोगों ने ही नहीं किया बलकि कई राजनीतिक दलों ने भी इसका विरोध किया। विपक्ष की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने इसका बॉयकाट किया। लेकिन बावजूद इसके सपा, राकांपा, टीआरएस, बीजद, अन्नाद्रमुक आदि ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इनके विधायक इस महत्वपूर्ण पल का हिस्सा बने। इस महत्वपूर्ण पल को यादगार बनाने के लिए कई और लोगों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संसद में आयोजित कार्यक्रम में रतन टाटा, अमिताभ बच्चन समेत कई नाहमी लोगों ने यहां अपनी उपस्थिती दी। आपको बता दें कि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र समेत राज्यों के स्तर पर लगने वाले कई सारे कर अब खत्म हो जाएंगे। हालांकि कांग्रेस ने जीएसटी लागू होने के कार्यक्रम को तमाशा करार दिया है।
बता दें कि इस समारोह में मच साझा करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी बुलाया गया था लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक करने के बाद वह भी इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बने।