नई दिल्ली, एजेंसी। जीडीपी के माइनस में पहुंच जाने के बाद विपक्षियों के लगातार हमले से भारतीय जनता पार्टी को संभलने का मौका नहीं मिल रहा है। कोरोना संकट के बाद से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार आक्रामक है और राहुल गांधी ने #GDP को गब्बर सिंह टैक्स बताते हुये ट्वीट कर पीएम के ऊपर आरोप लगाये हैं।
जीएसटी को बताया गब्बर सिंह टैक्स
कांग्रेस नेता ने रविवार को फिर एक बार ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल ने ट्वीट में लिखा कि जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)। इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे लाखों छोटे व्यापार, करोड़ों नौकरियां और युवाओं का भविष्य, राज्यों की आर्थिक स्थिति, GST मतलब आर्थिक सर्वनाश।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में वीडियो भी साझा किए हैं। 4 कड़ियों का यह तीसरा वीडियो था। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में असंगठित क्षेत्र पर दूसरा बड़ा आक्रमण जीएसटी था। यूपीए सरकार की तरफ से प्रस्तावित जीएसटी सरल टैक्स था। इसमें एक टैक्स, कम से कम टैक्स व साधारण टैक्स की बात थी।
राहुल गांधी ने कहा है कि 4 स्लैब में जीएसटी को डिवाइड करना और 28 परसेंट तक का टैक्स लगाना जनता के ऊपर पूरी तरह से याद आती है मझोले उद्योग तबाह हो रहे हैं और वह टैक्स नहीं भर सकते। पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार चाहती है कि जीएसटी को आसान बनाया जाए टैक्स स्लैब को और सरल किया जाए। राहुल गांधी ने एनडीए सरकार की तरफ से जीएसटी बकाया नहीं दिए जाने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जीएसटी तीन साल से गहरे संकट में फंसा है। राज्यों को मुआवजा देने के लिए केंद्र सरकार के पास पैसे नहीं हैं। कांग्रेस नेता ने जीएसटी को पूरी तरह से फेल बताया।
GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)।
इससे बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे-
▪️लाखों छोटे व्यापार
▪️करोड़ों नौकरियाँ और युवाओं का भविष्य
▪️राज्यों की आर्थिक स्थिति।GST मतलब आर्थिक सर्वनाश।
अधिक जानने के लिए मेरा वीडियो देखें। pic.twitter.com/QdD3HMEqBy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2020
‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ है मोदी सरकार की सोच
विभिन्न विभागों के सरकार द्वारा निजी करण किए जाने के खिलाफ भी राहुल गांधी लगातार आवाज उठाते रहे हैं उन्होंने खबर का हवाला देते हुए पोस्ट साझा किया कि, ‘‘मोदी सरकार की सोच – न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी ‘स्टाफ़-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है, ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है।’’ राहुल गांधी ने जो खबर साझा की है उसके मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने नयी सरकारी नौकरियों के सृजन पर रोक लगा दी है। हालांकि बाद में सरकार की तरफ से इस बारे में स्पष्टीकरण जारी किया गया था कि नौकरियों पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।”