नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि वस्तु एवं सेवाकर से व्यापारियों को आसानी हुई है। उन्होंने कहा कि इससे उनका कारोबार का दायरा बढ़ा है और कर अनुपालन से जुड़ी दिक्कतें कम हुई हैं। दिल्ली में प्रेसवार्ता के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में वित्तमंत्री ने कहा कि जीएसटी ने कारोबार और व्यापार करना आसान कर दिया है। हर व्यापारी के कारोबार का दायरा बढ़ा है। अब पूरा देश उसके लिए एक मार्केट है। माल की आवाजाही का समय कम हुआ है।
बता दें कि वित्तमंत्री ने कहा कि विमुद्रीकरण और जीएसटी जैसे बुनियादी बदलावों के मध्यम और दीर्घकालीन लाभ अर्थव्यवस्था पर दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि सकल घरेलु उत्पाद(जीडीपी) में वृद्धि दर के आंकड़े यही दर्शाते हैं। वित्तमंत्री ने कहा, ‘‘जब बुनियादी बदलाव आते हैं तो कुछ समय के लिए अर्थव्यवस्था में भी उसका एक असर नजर आता है और हम तब भी यही कहते थे।
विमुद्रीकरण का असर जो है वह एक या दो तिमाही तक चलेगा और जीएसटी का तो एक तिमाही ही असर रहा। इन आंकड़ों से लगभग वही सच होता है। उल्लेखनीय है कि जीडीपी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, साल की दूसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत से ज्यादा है।
वहीं उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में जीत से जुड़े प्रश्न पर वित्तमंत्री ने कहा कि विमुद्रीकरण और जीएसटी पर सरकार को जनता का समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण के बाद उत्तर प्रदेश के चुनाव हुए| उसके बाद कई नगर निकायों के चुनाव हुए और इन चुनावों में भाजपा को एक प्रकार से तीन चौथाई बहुमत मिला है।