जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने ये हमला ग्रेनेड से किया है। हमले का मकसद मुख्य चौक पर तैनात सैनकों को निशाना बनाना था। हालांकि ग्रेनेड सैनिकों के बीच फटने की बजाए सड़क पर जाकर फटा। जिससे तीन स्थानीय लोग घायल हो गए। घायल लोगों को पास के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। हमला करने वाले आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि बैखलाट के चलते आतंकियों ने अपने संगठनों में बदलाव किए हैं। साथ ही उन्होंने अपनी रणनीति को भी बदला है। आतंकी बदलाव के बाद सेना पर हिट एंड रन के साथ ग्रेनेड से हमला करने की भी योजना बनाई है। ताकि वह भारतीय सैनिकों को नुकसान पहुंचा सके। इन घटनाओं को अंजान देने के लिए आंतकी ओवर ग्राउंड वर्करों और हाइब्रिड आतंकियों का सहारा ले रहे है। ताकि अगर उनमें से कोई आतंकी मारा या पकड़ा जाए तो संगठन को ज्यादा झटका न लगे।
हमले को लेकर डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि कश्मीर में शांति बनाए रखने के लिए आंतकी और उनके साथियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने श्रीनगर में बढ़ती घटनाओं को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जो भी मॉड्यूल इस वक्त सक्रिय है। उन पर पुलिस की नजर है और वह बहुत जल्द पुलिस की रडार पर होंगे।
कश्मीर में आतंकियों की बढ़ती गतिविधीयों लेकर पहले भी कहा था कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा था कि यह ओजीडब्ल्यू ही हैं जो चुनिंदा हत्या करने के लिए पिस्तौल उठाते हैं और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के लिए ग्रेनेड हमले करते हैं। लेकिन हमने भी उनके खिलाफ कड़ कदम उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी हुई है। बता दें कि घाटी में हाइब्रिड आतंकी होने से सुरक्षाबलों की चिंता बढ़ गई है। सुरक्षाबलों के लिए एक नई चुनौती है। स्लीपर सेल की तरह के ये पार्ट टाइम आतंकी निहत्थों को निशाना बना रहे हैं। कश्मीर में हाल ही में हुईं नेताओं और पुलिसकर्मियों की हत्याओं में हाइब्रिड आतंकी शामिल थे।