ग्रेटर नोएडाः बीटा 2 थाना पुलिस ने चोरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इन चोरों ने एक बंद पड़े मकान में लाखों की चोरी की थी। पुलिस ने इनके पास से 28 हजार 3 सौ रुपए सहित लाखों की ज्वेलरी और अन्य कीमती समान बरामद के हैं। पुलिस ने बताया कि ये चोर अपने मंहगे शौक पूरे करने के लिए चोरी करते थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों में से एक आरोपी सैमसंग कंपनी में टेक्नीशियन के पद पर नौकरी करता है, इसके अलावा उसकी पत्नी इस बार गांव में प्रधान पद का चुनाव भी लड़ चुकी है। वहीं, इन आरोपियों ने 5 घरों में चोरी करने का खुलासा भी किया है।
कोरोना ने छीनी नौकरी
कोरोना काल में नौकरी गंवाने के बाद टेक्नीशियन अपने मंहगे शौक पूरे करने के लिए चोरी के रास्ते पर उतर गया। उसने अपने एक भाई और अन्य दोस्तों के साथ मिलकर गिरोह बनाया और चोरी की घटनाओं को अंजाम देने में जुट गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी फर्रुखाबाद का मूल निवासी है। नोएडा स्थित वह सैमसंग कंपनी में टेक्नीशियन के पद पर काम करता था। कोरोना काल में जब उसकी नौकरी चली गई तो उसने चोरी करने शुरू कर दी। आरोपी का नाम अनुज है और उसकी पत्नी इस बार ग्राम प्रधान का चुनाव भी लड़ी है.
खाली घरों को बनाता था निशाना
पूछताछ में अनुज ने बताया कि उसने अपने गिरोह में अपने भाई अनूप और एक दोस्त साजिद को शामिल किया। ये लोग बोलेरो गाड़ी से ग्रेटर नोएडा में घूम-धूम कर इलाकों पर नजर बनाए रखते थे। ये पहले से पता करते थे कि किस मकान में कौन रह रहा है। मकान की स्थिति क्या है। ये गिरोह खासकर बंद पड़े मकानों को निशाना बनाते थे। रात के अंधेरे में ये उस घर में गुसकर चोरी किया करते थे। पुलिस को काफी लंबे से समय से इस गिरोह की तलाश थी। ये सभी आरोपी मूलरूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं, यहां से काफी लंबे से समय से सूजरपुर थाना क्षेत्र के देवला में रहे रहे थे।