नई दिल्ली। टीबी(ट्यूबरक्लोसिस) से जूझ रहे बच्चों के लिए सरकार फ्रूट फ्लेवर्ड दवाई लाने की तैयारी में हैं। इसके आने से बच्चों को भारी दवाई के बोझ और कड़वी दवा खानें से आराम मिलेगा। ये दवाएं जून से 5 राज्यों में उपलब्ध होंगी।
इन टैबलेट्स का फ्लेवर स्ट्राबेरी और ऑरेज होंगा ये दवाएं बच्चों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं नई दवांए मुंह में रखते ही घुल जाएंगी और बच्चो के लिए इन्हें निगलना भी आसान होगा।
अक्सर बच्चे दवाई लेते समय नखरे करते हैं और परिजनों को बच्चे की उम्र के हिसाब से अक्सर गोलियां तोड़कर देनी पड़ती हैं। इससे कई बार बच्चे को सही खुराक नही मिल पाती इसलिए इन दवाई को फ्रूट फ्लेवर्ड में बनाया गया हैं साथ ही बच्चों के जरुरी खुराक के हिसाब से तैयार किया गया हैं।
इन दवाईयों का पूरा डोज लेने से बच्चों की टीबी की बीमारी का पूरा इलाज होगा ये फ्लेवर्ड टैबलेट्स डब्ल्यूएचओ के साथ मिलाकर तैयार की गई हैं।
सूत्रों की मानें तो सरकार कुछ सालों में ऐसी ही टैबलेट्स एडलेट्स के लिए भी ला सकती हैं बता दे कि सरकारी आकड़ों के मुताबिक फिलहाल देश में 25 लाख लोग टीबी की बीमारी से पीड़ित हैं इनमें 5 से 6 फीसदी बच्चें हैं।
हेल्थ मिनिस्ट्री के एक सीनियर अफसर ने बताया कि जून से 5 राज्यों सिक्किम, हिमाचल, केरल, बिहार, और महाराष्ट्र में इसे शुरु किया जाएगा। इन दवाईयों को बच्चों के वजन के मुताबिक बनाया गया हैं। दवाईयों की 6 कैटेगरी बनाई गई हैं, इनके फ्लेवर्ड टैबलेट्स के अलग-अलग डोज तय किए गए हैं। ऐसा बताया जा रहा कि साल के आखिर तक 17 और राज्यों में टीबी पीड़ित बच्चों के नई टैबलेट्स मिलनें लगेंगी।
सृष्टि विश्वकर्मा…