जब से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश में शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने अध्यापकों का समयोजन रद्द किया गया है तभी प्रदेश भर में शिक्षामित्र आन्दोलनरत हैं। इसी क्रम में जनपद में शिक्षा मित्रों द्वारा पूरे नगर में पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया गया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान एक शिक्षामित्र बेहोश हो गया जिसे पुलिस प्रशासन द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया।
जनपद के शिक्षामित्र सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समायोजन रद्द किए जाने के बाद से ही आन्दोलनरत हैं। शिक्षामित्रों ने पूरे नगर में जमकर प्रदर्शन किया और प्रदर्शन करते हुए पैदल चलकर जिलाधिकारी कार्यालय पुहंचे जहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने अपने ऑफिस से बाहर निकलकर शिक्षामित्रों को शांत कराया और ज्ञापन लेकर उन्होंने सरकार की तरफ से आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री जी जल्द ही कोई विकल्प निकालने की बात कह चुके हैं जिसके बाद आप लोगों को विद्यालय जाने को कहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि आप लोगों का मांगपत्र शासन को प्रेषित कर दिया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षामित्र बेहोश हो गया जिसे जिलाधिकारी द्वारा पंखे की हवा के नीचे लिटाया गया। उसके बाद डीएम ने एम्बुलेंस को फोन किया गया। आधे घंटे तक एम्बुलेंस न आने पर सीओ सिटी द्वारा अपनी गाड़ी से बेहोश शिक्षामित्र को अस्पताल पहुंचाया गया। यहां प्रश्न यह भी उठता है कि जब जिलाधिकारी के फोन करने पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचती तो आम आदमी के कहने पर क्या पहुंचेगी।