नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ सरकार और किसानों के बीच तनातनी जारी है। दो पहीने से ज्यादा का समय बीत गया लेकिन अभी भी बीच का रास्ता नहीं निकला पाया है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को एक बार फिर किसानों से बीच का रास्ता निकालने की अपील की और कहा कि मैं किसानों के मात्र एक फोन कॉल दूर हूं। इसी बीच भारतीय किसान युनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद एक बार फिर आंदोलन नए सिरे से शुरु हो गया है। राकेश टिकैत की अपील के बाद पश्चिमी युपी से किसान दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर के लिय लगातार निकल रहे हैं। इसी बीच सरकार के बातचीत वाले बयाने के बाद प्रतिक्रया देते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार बताए वो कानून वापस क्यों नहीं ले सकती, हम सिर नहीं झुकने देंगे
राकेश टिकैत ने सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताये कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और ‘हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे.’ ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहा, ‘सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?’