लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मानसून आने वाला है, मानसून के साथ बाढ़ भी कई इलाकों में दस्तक देने लगती है। इसी को देखते हुए योगी सरकार के मंत्री जमीन पर एक्शन मोड में आ गए हैं। पहले से ही कई संभावित इलाकों का निरीक्षण किया जा रहा है।
जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने संभाला मोर्चा
मानसून के बाद बाढ़ ग्रस्त इलाकों में खतरे को देखते हुए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह कई इलाकों में निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्होंने सीतापुर, बहराइच, बलिया, लखीमपुर जिले में हाल जाना और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दरअसल उत्तर प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां भारी बाढ़ की आशंका हमेशा बनी रहती है। मानसून आते ही यहां नदियों का पानी रिहायशी इलाकों में आ जाता है। जिसके बाद भारी जानमाल का नुकसान भी देखने को मिलता है।
मजबूत बांध और बोरियां लगाने का निर्देश
जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने सभी अधिकारियों के साथ इस सिलसिले में बातचीत की। उन्होंने नदी के किनारे और मजबूत बनाने, इसके साथ ही उन पर बोरियां लगाने की भी बात कही। गुरुवार को गोंडा जिले में कई बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया गया। जिसमें कर्नलगंज और तरबगंज तहसील के क्षेत्र शामिल हैं।
जहां घाघरा और सरयू नदी का आतंक देखने को मिलता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक तैयारियों पर विशेष जोर दिया गया। प्रदेश में कुल 42 ऐसे जिले हैं, जहां बाढ़ की संभावना बनी रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार अभी से ही अपनी तैयारियों पर जोर दे रही है।