नई दिल्ली। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी पढ़ेगी तभी तो बढ़ेगी कई स्लोगनों को लेकर केन्द्र की एनडीए सरकार और भाजपा अपने शासित राज्यों में इस मुहिम को पूरी तरह से छेड़ हुए हैं। लेकिन अब इसी भाजपा पर एक कलंक हरियाणा में लग गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्तों की हरकत से पूरा प्रदेश और पार्टी शर्मसार हो गई है। मुख्यमंत्री खट्टर भी इस मामले में जबाव नहीं दे पा रहे हैं। मामला है कि बिगड़ेल रईस जादे विकास और उसके दोस्तों की हवस की आग जिसके चलते एक लड़की शर्मसार होने से तो बच गई लेकिन अब वह इंसाफ की जंग लड़ने के लिए मैदान में आ गई है।
मामला है कि शुक्रवार की रात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बेटी का जो कि रात करीब सवा 12 बजे अपनी कार से चंड़ीगढ़ सेक्टर 8 की मार्केट से अपने घर जा रही थी। अचानक उसको लगा कि उसकी कार का कोई पीछा कर रहा है। वो इस दौरान लगातार अपने दोस्त से बात कर रही थी। तभी उसे लगने लगा कि उसकी कार का पीछा एक एसयूवी सफेद रंग की गाड़ी कर रही है। उसे लग रहा था कि इस गाड़ी में सवार लड़के उसकी कार को टक्कर मार देंगे। वो काफी डरी थी उसने तुरंत पुलिस को फोन कर अपनी लोकेशन बताई। जल्दी ही पुलिस मौके पर आ गई थी। उसने कार सवार शराब और सत्ता के नशे में धुत्त इन बिगड़ेल रईश जादों को कार्रवाई के लिए गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता का बयान लेकर एफआईआर पंजीकृत भी हुई। पीड़िता ने इस पूरे वायके को फेसबुक पर शेयर कर दिया। हांलाकि जब पुलिस को पता चला कि जिसको गिरफ्तार किया है वो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा विकास बराला है तो खेल हो गया तुरंत ही धाराएं कम की गई और आरोपी को थाने से ही जमानत पर रिहाई भी मिल गई। आखिर सूबे में भाजपा की सरकार है और पिता भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष तो किस अधिकारी को अपनी वर्दी उतरवानी थी।
कानून के जानकारों की माने तो बराला के रसूख के चलते पुलिस केस को कमजोर कर गैरजमानती अपराध में धाराएं कम कर आरोपी को जमानत दे रही है। जिसके चलते केस कमजोर हो जायेगा। इस पूरे मामले में सत्ता का दबाव पुलिस पर इस कदर हावी है कि पुलिस ने इस प्रकरण में कई बार अपना बयान तक बदल डाला है। पुलिस ने पहले आरोपियों पर 354 डी और 185 मोटर व्हिकल एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन इसके बाद 341,365 और 511 को जोड़ दिया गया। लेकिन इसके बाद फिर केवल केस में 314 की ही धारा रखी गई । जब पुलिसिया कार्रवाई पर आरोप लगे तो पुलिस ने कानूनी राय के बाद अन्य धाराओं को जोड़ने की बात कही।
पीड़िता ने अपने साथ हुए इस पूरी घटना को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि मै लकी हूं कि रेप के बाद किसी नाले में मरी नहीं मिली इसके साथ ही उसने लिखा मै किडनैप होते होते बची हूं। पीड़िता ने पुलिस की तुरंत कार्रवाई को लिए चंड़ीगढ़ पुलिस को धन्यवाद भी दिया है। लेकिन इसके बाद ये बात पूरे राज्य में आग की तरह फैल गई है लोग बराला से इस्तीफे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गये हैं। आईएनएलडी के नेता अभय चौटाला ने तो कहा है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के परिवार ने ही खट्टर सरकार के कैंपेन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को बड़ा धक्का पहुंचा दिया है। वहीं इस मामले में कांग्रेस ने हमला करते हुए कहा है कि भाजपा का चरित्र सबके सामने आ गया है। बराला को नैतिकता के नाते अपने पद से इस्तीफा ही नहीं बल्कि राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।
अजस्र पीयूष