नई दिल्ली। गुरूवार को वित्त मंत्री ने केंद्र सरकार का आखिरी बजट पेश किया। अरूण जेटली ने बजट पेश जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा में सुधार पर जोर दे रही है उन्होंने कहा कि सरकार ने 20 लाख बच्चों को स्कूल भेजने का लक्ष्य रखा है। प्री-नर्सरी से 12 तक की पढ़ाई के लिए एक नीति। वड़ोदर में अलग से रेलवे युनिवर्सिटी का गठन होगा।

वहीं आदिवासियों के लिए एकलव्य विद्यालय की शुरुआत की जाएगी और ये विद्यालय नवोदयों विद्यालयों की तरह काम करेंगा। इसी के साथ स्कूलों में ब्लैक बोर्ड की जगह डिजीटल बोर्ड दिए जाएंगे। इसी के साथ स्कूलों में ब्लैक बोर्ड की जगह डिजीटल बोर्ड दिए जाएंगे। पांच लाख स्वस्थ्य केंद्रों की स्थापना की जाएगी। नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम की शुरुआत की जाएगी।
बता दें कि जेटली ने ऐलान किया कि सरकार हेल्थ सेक्टर में 12 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी और गरीब परिवारों के स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान योजना की शुरुआत की जाएगी। 50 करोड़ परिवारों के लिए हेल्थ बीमा। देश की 40 फीसदी आबादी हेल्थ बीमा। पांच लाख स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। 24 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। स्वास्थ्य केंद्र लोगों के घरों के पास होंगे और प्रत्येक परिवार को एक साल में पांच लाख मेडिकल क्लेम मिलेगा। इसके अलावा जनधन के तहत खोले गए खातों को हर क्षेत्र से जोड़ा जाएगा। 50 करोड़ लोगों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।