featured देश बिज़नेस

जाने क्या राहत दी वित्तमंत्री ने आयकर दाताओं को

जाने क्या राहत दी वित्तमंत्री ने आयकर दाताओं को

नई दिल्ली। लोकसभा में आम बजट पर खास तौर पर टैक्स को लेकर आम जनता को राहत दी है। पूरे टैक्स में आम लोगों के लिए कई बड़ी और महत्वपूर्ण राहत की योजनाएं लाते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने साफतौर पर मध्य आय वर्ग के लिए कई सौगाते दी हैं।

जाने क्या राहत दी वित्तमंत्री ने आयकर दाताओं को

टैक्स में दी छूट की सौगात

वित्त मंत्री के पिटारे से जब सौगातों की बारिश होना शुरू हुई तो आम आदमी के लिए राहत की भरी ये बारिश थी। आयकर में छूट को लेकर वित्त मंत्री ने सालाना आय में भरी छूट देते हुए साफ किया कि अब आने वाले वित्तीय वर्ष में 5 लाख रूपये की सलाना आय पर 5 फीसदी टैक्स लगेगा। इसके साथ ही टैक्स सीमा में छूट भी देते हुए 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख कर दी है।

क्या क्या किया है टैक्स में बदलाव

5 लाख रुपये सलाना आय पर देना होगा सिर्फ 5 फीसदी का टैक्स
टैक्स छूट के लिए न्यूनतम आय की सीमा को 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख
3 लाख रुपये की वार्षिक आय पर कोई टैक्स नहीं
3 लाख से 3.5 लाख की आय वालों के लिए मात्र 2500 की देनदारी
50 लाख से 1 करोड़ रुपये सालाना आय के लिए 10 फीसदी टैक्स

इसके अलावा छोटी और मझोली कम्पनियों को भी टैक्स में बड़ी राहत देने का ऐलान करते हुए वित्त मंत्री जेटली ने साफ किया कि छोटी कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स 30 फीसदी से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके अलावा 50 करोड़ रूपये से अधिक की आय करने वाली कंपनियों का 5 प्रतिशत टैक्स कम कर दिया गया है।  income tax payers relief by arun jaitley

टैक्स दाताओं को लेकर भी बोले वित्तमंत्री

मध्य वर्गीय आयकर दाताओं के लिए टैक्स में राहत देने के साथ अब सरकार ने विकास से जुड़ी योजनाओं के लिए सरकार 3.48 लाख करोड़ रूपये का कर्ज लेगी जो कि सरकार ने पिछले साल 4.2 लाख करोड़ का कर्ज लिया था। इसके अलाव टैक्स दाताओं को लेकर कहा कि देश का टैक्स टू जीडीपी की दर काफी कम है। क्योंकि टैक्स से सरकार को होने वाली आय कम है।

टैक्स की आय पर क्या बोले वित्त मंत्री

4.24 करोड़ लोग आयकर फाइलर्स हैं
केवल 1.7 करोड़ लोग आयकर रिटर्न भरते हैं
5.6 करोड़ व्यापारियों वर्ग टैक्स के दायरे में हैं
1.81 करोड़ व्यापारियों ने टैक्स दिया है
13.94 लाख कम्पनियां टैक्स के दायरे में आती हैं
लेकिन 5.97 लाख कंपनियों ने रिटर्न फाइल किए हैं
इन कम्पनियों में 2.76 लाख कंपनियों ने जीरो मुनाफा या प्रॉफिट दिखाया है
5 लाख से ऊपर आय सिर्फ 76 लाख लोग ही दिखाते हैं
99 लाख लोग अपनी आय 5 लाख रुपये से कम आय दिखाई है
56 लाख नौकरीपेशा में से 20 लाख ही 5 लाख रुपये से ज्यादा आय दिखाते हैं
24 लाख लोगों ने 10 लाख से ज्यादा आय दिखाई है
20 लाख व्यापारियों ने 5 लाख रुपये से ज्यादा सालाना आय दिखाई

Related posts

लखनऊः आप नेता संजय सिंह की बढ़ी मुश्किलें, भाजपा विधायक ने दर्ज कराया मानहानि का मुकदमा

Shailendra Singh

फैक्ट्री मालिकों ने काम से निकाला तो 90 मजदूर पैदल ही घर जाने के लिए निकल पड़े

Rani Naqvi

आतंकियों को अपना हीरो बनाकर, क्या साबित करना चाहता है पाकिस्तान?

Rahul srivastava