जयपुर। राजस्थान के एक कॉलेज द्वारा छात्रों पर ड्रेस कोड लागू किए जाने के सरकार के आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है, जिसे शांत करवाने के लिए खुद प्रदेश की सीएम वसुंधार राजे को सामने आना पड़ा है। वसुंधरा ने बढ़ते विवाद के बीच कहा कि कॉलेज शिक्षा निदेशालय ने छात्र प्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए कॉलेज में युनिफॉर्म अनिवार्य करने के निर्देश जारी किए थे। सीएम ने लिखा कि कल मुझे पता चला कि कई छात्राएं इस फैसले से सहमत नहीं हैं, जिसके बाद अब कॉलेज में छात्र अपनी पसंद अनुसार कपड़े पहन सकते हैं।
वसुंधरा ने कहा कि हम प्रदेश में छात्राओं का पढ़ाई में प्रदर्शन बेहतर करने के लिए और उनके व्यक्तिगत विकास को प्रगति देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे।
इससे पहले विवाद बढ़ता देख सोमवार शाम को सरकार ने यू-टर्न लेते हुए यूनिफॉर्म की बाध्यता से इंकार किया था। उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने स्पष्ट किया कि सरकार ने पूर्व में स्टूडेंट्स की मांग पर ड्रेस कोड लागू करने की घोषणा की थी,लेकिन स्टूडेंट्स की मांग पर ही इसमें संशोधन किया है।
उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षा निदेशालय के संशोधित आदेश के अनुसार अब कॉलेज प्रशासन और स्टूडेंट्स पर निर्भर रहेगा कि वे अपने यहां यूनिफॉर्म लागू करने अथवा नहीं करे । राज्य सरकार की ओर से इस तरह की कोई बाध्यता नहीं रहेगी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड लागू करते हुए छात्राओं के जींस,टॉपर और छात्रों के जींस,टीशर्ट पहनने को गलत बताया गया था।