नई दिल्ली। केंद्र सरकार नकली नोट और जालसाजी से बचने के लिए 500 और 2000 रुपये के नोटों के ऊपर लगे सिक्योरिटी मार्क को हर 3 से 4 साल में बदलने की योजना बना रही है।
सूत्रों की मानें तो सरकार की तरफ से ये बड़ा कदम नोटबंदी के बाद बीते चार महीनों में बड़ी संख्या में नकली नोटों की जानकारी के बाद लिया गया है। इस मामले पर गुरुवार को दिल्ली में एक बैठक भी बुलाई गई थी, जिसमें केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि सहित वित्त और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी भी उपस्थित थे। इस बैठक में दूसरे देशों का हवाला देते हुए गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर विकसित देश अपनी मुद्रा में हर 3-4 साल में सिक्योरिटी में बदलाव करते हैं। इसलिए भारत को भी कोशिश करनी चाहिए की इस तरह के फैसले ले और नकली नोटों की परेशानी से बचे।
गौर करने वाली बात है कि केंद्र सरकार ने कालेधन की समस्या से लड़ने के लिए पिछले साल 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 के नोटों को बैन कर दिया था ।इसके बाद आरबीआई ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए गए थे।