लखनऊ: महामारी की लिस्ट में एक और बीमारी का नाम जुड़ गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया। इसके साथ ही सभी पीड़ित मरीजों का इलाज करवाने के लिए भी सारे इंतजाम किए जा रहे हैं।
कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों में इसका सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब सारी तैयारियों में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।
टीकाकरण और चिकित्सा तंत्र पर विशेष ध्यान
महामारी घोषित करने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें अब तीसरी लहर को रोकने के लिए भी तैयार रहना होगा। इसके साथ ही टीकाकरण और चिकित्सा तंत्र पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। टीम 9 के साथ बैठक में सीएम योगी ने ब्लैक फंगस को महामारी की श्रेणी में डाला।
गांव बनाएं कोरोनावायरस मुक्त
शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोनावायरस का भयंकर प्रभाव देखने को मिला। इसी को ध्यान में रखते हुए कोविड प्रबंधन टीम को ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ ज्यादा ध्यान देने की बात कही गई। टेस्टिंग की दर को बढ़ाने के साथ-साथ अन्य निगरानी और सुरक्षा ऊपर जोर दिया जाएगा। लोगों के बीच में जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सुविधाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने पर सरकार जोर दे रही है।
ब्लैक फंगस के उपचार की दवाएं हर जनपद में उपलब्ध करा दी गई हैं। निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे रोगी भी सम्बन्धित मण्डलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 20, 2021
हर जनपद में उपलब्ध रहेंगी ब्लैक फंगस उपचार की दवा
इसके साथ ही यह भी बताया गया कि ब्लैक संकट से निपटने के लिए पूरे प्रदेश में उपचार से जुड़ी दवाएं जनपद में उपलब्ध रहेंगी। निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे सभी रोगी भी मंडलायुक्त को एक प्रार्थना पत्र देकर दवा ले सकेंगे।