Govardhan Puja: हर वर्ष गोवर्धन पूजा दिवाली से दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार गोवर्धन पूजा दिवाली से दूसरे नहीं बल्कि तीसरे दिन मनाई जाएगी।
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आपको बता दें कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी युक्त प्रदोष व्यापिनी अमावस्या पर 24 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। वहीं, इसके अगले दिन गोवर्धन पूजा हुआ करती थी, लेकिन इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या 25 अक्टूबर को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा। इसके चलते दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं हो सकेगी। प्रभु को अन्नकूट का भोग नहीं लगेगा।
सूर्याग्रहण का समय
25 अक्टूबर को शाम 4.32 बजे सूर्यग्रहण शुरू होगा, जो सूर्यास्त के बाद शाम 6.32 बजे तक रहेगा। ऐसे में सूतक 12 घंटे पहले यानी सुबह 4.31 बजे से शुरू होगा व शाम 5.57 बजे मोक्ष होगा। ऐसे में इस दिन न गोवर्धन पूजा होगी और न ही ठाकुरजी को अन्नकूट का भोग लगेगा।
1995 में बना था ऐसा संयोग
भारत में ऐसा संयोग 27 साल बाद बना है। इससे पहले 24 अक्टूबर 1995 को सूर्यग्रहण था। इसका असर भारत के कुछ हिस्सों में पड़ा था। 23 अक्टूबर को दीपावली की पूजा हुई थी, लेकिन सूर्यग्रहण के लिए 25 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव न बनाकर 26 अक्टूबर को मनाया गया था।
सूतक काल में नहीं होता है शुभ कार्य
ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतर 12 घंटे पहले ही लग जाता है, जो सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद ही समाप्त होता है। मान्यता के अनुसार ग्रहण के सूतल काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ऐसे में इस बार गोवर्धन पूजा सतक काल के बाद 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
इस दिन ये त्योहार
- 23 अक्टूबर: धनतेरस व रूपचौदस
- 24 अक्टूबर: दिन में रूपचौदस शाम को अमावस्या के कारण दीपावली पूजा
- 25 अक्टूबर: सूर्यग्रहण होने से कोई पर्व नहीं
- 26 अक्टूबर: गोवर्धन पूजा, अन्नकूट भाई दूज