नई दिल्ली। गुरुवार को नई दिल्ली में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन की आधिकारिक शुरुआत हो गई। अपनी तरह का यह पहला दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है जो 25-26 जनवरी तक चलेगा। जिसमें आसियान सदस्य देशों के 10 राष्ट्राध्यक्ष शिरकत कर रहे हैं। इन दो दिनों में सभी 10 राष्ट्राध्यक्षों के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ताएं हो रहीं हैं। साथ ही सभी मेहमान राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि भी होंगे।

आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के अंर्तगत द्विपक्षीय वार्ताओं का दौर बुधवार देर शाम से ही शुरू हो गया था। बुधवार को पीएम मोदी ने म्यांमार की आंग साग सू की, वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन झुआन फुक और फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो रॉआ डूटेटेटे के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं की। गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हिसियन लूंग और ब्रुनेई दारुसलाम के सुल्तान हसनल बोलकेयाह के साथ द्वपक्षीय वार्ता में हिस्सा लिया।
आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के लिए मेहमान राष्ट्राध्यक्षों का आना बुधवार से ही शुरू हो गया था।
इस बार किसी एक मंत्री नहीं, केंद्र सरकार के अलग-अलग मंत्रियों ने मेहमान राष्ट्राध्यक्षों की आगवानी की। वियतनाम के प्रधानमंत्री, गुयेन झुआन फुक और मैडम ट्रॅन गुयेन थायू की आगवानी मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने की। कंबोडिया के प्रधानमंत्री समेक तिको हू सेन का स्वागत कपड़ा राज्यमंत्री अजय टमटा ने किया। म्यांमार की दाऊ आंग सान सू की का स्वागत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हिसियन लूंग का स्वागत महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री वीरेन्द्र कुमार ने किया।
ब्रुनेई दारुसलाम के सुल्तान हसनल बोलकेयाह की आगवानी अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने की। फिलिपिन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो रॉआ डूटेटेटे का स्वागत मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने किया। थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा और नारापोर्न चान-ओ-चा की आगवानी विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की।