गोरखपुर। गोरखपुर में 7 दिन के अंदर हुई 70 बच्चों की मौत के बाद यह मामला दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है। ऐसे में अब इस मामले में कोर्ट ने दखल देने से मना कर दिया है। कोर्ट का कहना है कि संबंधित मामले में याचिकाकर्ता कोर्ट जा सकता है। कोर्ट का कहना है कि सूबे के सीएम खुद इस मामले में अपनी नजर बनाए हुए हैं। इस मामले में चारों तरफ से घेरा जा रहा है। आए दिन विपक्षी बीजेपी की निंद कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी इस मामले में बीजेपी की निंदा की है।
रविवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र और छात्र नेताओं ने मिलकर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और विरोध कर उनके घर पर अंडे टमाटर फेंके। इस दौरान छात्र नेता का ने बताया है कि गोरखपुर में लापरवाही के कारण कई बच्चों की जान चली गई। छात्र नेता का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का विरोध किया गया है और उनके घर पर अंडे टमाटर फेंके गए हैं।
लेकिन इस मामले में जब पुलिस से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं है और अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है। समाजवादी पार्टी के छात्रों द्वारा रविवार को प्रदर्शन करने से पहले राजापुर स्थित स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भी प्रदर्शन किया गया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन करने के बाद मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स भेजी गई, लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती तब तक प्रदर्शनकारी वहां से चले गए थे। वही इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया था कि हर साल ही बच्चों की मौत होती है लेकिन स्वास्थ्यत मंत्री के बयान के बाद समाजवादी छात्र भड़क गए और उनके घर के बाहर प्रदर्शन करने लगे।