नई दिल्ली। गौरी लंकेश हत्या मामले में विशेष जांच दल (एसआइटी) ने पहली गिरफ्तारी की है। पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रही एसआइटी ने केटी नवीन कुमार को हिरासत में ले लिया है इस हत्याकांड में बड़ी सफलता माना जा रहा है। गौरी लंकेश की हत्या पिछले साल 5 सितंबर को हुई थी। एसआइटी ने शुक्रवार को 37 वर्षीय केटी नवीन कुमार को गौरी लंकेश की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया। नवीन कुमार पर अवैध रूप से हथियार रखने का आरोप है। नवीन कुमार को इस मामले में पहला आरोपी माना गया था।
पुलिस विभाग के उच्च स्तरीय सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार हुए संदिग्ध आरोपी केटी नवीन कुमार उर्फ होत्ते मंजा ने पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है जो असली हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस की बड़ी मदद कर सकती है।कर्नाटक पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम ने 18 फरवरी को मैजेस्टिक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था। टीम का दावा है कि नवीन को तब गिरफ्तार किया गया जब वो अवैध हथियारों का सौदा करने की फिराक में पहुंचा था। केटी नवीन की हिरासत की पुष्टि करते हुए बेंगलुरु पश्चिम के पुलिस उपायुक्त एमएन अनुचेथ ने बताया कि केटी नवीन को हिरासत में लिया गया है। एसआइटी ने कोर्ट को यह भी बताया कि आरोपी के खिलाफ अवैध हथियार रखने को लेकर जांच चल रही थी, जिसके लिए उसे 18 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
केटी नवीन कुमार की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी ने पहले वारंट की मांग की थी। बताया जा रहा है कि नवीन कुमार का कई उग्र हिंदू संगठनों से करीबी संबंध थे। इसके साथ ही नवीन कुमार हिंदू देवी देवताओं के अपमान को लेकर गौरी लंकेश से काफी नाराज था। वहीं नवीन कुमार ने हत्याकांड में शामिल आरोपियों को टारगेट प्रैक्टिस करवाने में मदद की थी। गौरी लंकेश, कन्नड़ कवि और पत्रकार पी लंकेश की सबसे बड़ी बेटी थीं। वे वीकली मैग्जीन ‘लंकेश पत्रिका’ की एडिटर थीं। 5 सितंबर को लंकेश की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।। हमलावरों ने उन पर बेहद नजदीक से 7 राउंड फायरिंग की थी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। उनको पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं।