गोरखपुर में बीआरडी कांड मामले में एसटीएफ टीम ने कानपुर से बीआरडी अस्पताल के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को गिरफ्तार किया है। उन्हें एक वकील के घर से गिरफ्तार किया गया है। रविवार को लखनऊ के हजरतगंज में बच्चों की मौत की जांच रिपोर्ट सीएम योगी के निर्देश अनुसार 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। दोषियों के खिलाप धारा 308, 420, 120बी, इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा 15 समेत 6 धाराओं दर्ज किया गया है।
सीएम योगी के पास इस मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर कफील खान और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल रहे राजवी मिश्रा समेत 6 पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी दे दिए गए थे। कफील खान पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने का आरोप दर्ज किया गया है। डॉक्टर कफील खान को इस मामले में दोषी पाया गया है। जांच रिपोर्ट में ऑक्सीजन की कमी में कमीशनखोरी का भी मामला उजागर किया गया है। जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स कंपनी को 68 लाख रुपए का भुगतान किया जाना था लेकिन कमीशनखोरी के कारण इसका भुगतान नहीं हो पाया था।
आपको बता दें कि गोरखपुर में बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई सारे बच्चों की मौत हो गई थी। बच्चों की मौत के बाद लगातार बीजेपी और सीएम योगी को विपक्षी पार्टी अपना निशाना बना रही थी। बच्चों की मौत के बाद कई सारी बातें सामने आई थी। वही दूसरी तरफ योगी सरकार इस बात से इनकार कर रही है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है।