गोरखपुर: कोरोना की दूसरी लहराने के बाद ऑक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक हो गई थी। लोग ऑक्सीजन सिलेंडर और मेडिकल ऑक्सीजन की तलाश में खूब भटके। यहां तक की कई गुने दाम में खरीद कर अपनों की जान बचाने का काम किया। अब गोरखपुर एम्स में इस समस्या से छुटकारा मिलने जा रहा है।
विदेशी कंपनी की मदद से ऑक्सीजन उत्पादन
गोरखपुर में फ्रांस की आधुनिक तकनीक वाली मशीन स्थापित की गई है। यह ऐसा ऑक्सीजन प्लांट है जो 1 मिनट में 400 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन कर सकेगा। इसकी शुरुआत सोमवार से होने वाली है। इतनी अधिक मात्रा में उत्पादन होने से आसपास के क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे अस्पतालों को राहत मिलेगी।
जहां दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सीजन के लिए भटकना पड़ा था, वहीं इस बार स्थिति में काफी सुधार रहेगा। वैसे भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने आने वाले तीसरी लहर को देखते हुए सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। ऐसे में यह ऑक्सीजन प्लांट भविष्य की बड़ी बीमारियों से लड़ने में मददगार साबित होगा।
ऐसे होगा ऑक्सीजन का उत्पादन
फ्रांस से आई प्रेशर स्विंग एडसरप्शन मशीन द्वारा ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। यह सीधा वायुमंडल से हवा खींचेगी और इसमें से नाइट्रोजन को अलग कर दिया जाएगा। ऑक्सीजन को सिलेंडर में आसानी से भरकर मेडिकल इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। गोरखपुर एम्स में मौजूदा स्थिति अच्छी है, यहां ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। इसीलिए नए प्लांट से बनने वाले ऑक्सीजन को अन्य अस्पतालों को भी भेजा जा सकेगा।