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अलविदा 2021: पर्यावरण को बेहतर बनाने में कितना सफल रहा 2021, जानिए भारत द्वारा उठाए गए कदम

पीएम मोदी को पर्यावरण क्षेत्र में काम के लिए संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च सम्मान से किया गया सम्मानित

2021 को अलविदा कहने का समय इतना जल्दी करीब आ गया कि हमें पता ही नहीं चला। और अब हम कल से 2022 यानी नए साल में प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में देखा जाए तो साल 2021 पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा है।  चाहे बात ग्लोबल वार्मिंग की हो या जलवायु परिवर्तन की इन आपदाओं ने पूरी दुनिया कि सामने चिंता का विषय खड़ा कर दिया है।  

साल 2021 में हीटवेव, वायु प्रदूषण, तूफान, बाढ़, जंगलों में आग जैसी कई वैश्विक समस्याएं उत्पन्न हुई है। लेकिन इस मुश्किल के दौर में इन आपदाओं ने काफी कुछ सिखाया है। भारत की ओर से भी पर्यावरण संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन को लेकर काफी काम किया गया।  पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक भारत सरकार की ओर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदम आने वाले दिनों में साफ तौर पर नजर आएंगे। 

अगर विस्तार से बात करें तो “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में रिपोर्ट ऑफ द एक्सपर्ट कमेटी ऑन रोडमैप फॉर इथेनॉल ब्लेंडिंग इन इंडिया 2020-2025′ (Report of the Expert Committee on Roadmap for Ethanol Blending in India 2020-2025) जारी की। साथ ही पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के पुणे में इथेनॉल के उत्पादन और पूरे देश में वितरण के लिए महत्वकांक्षी E-100 पायलट परियोजना का शुभारंभ किया है। 

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत जलवायु की मामले में न्याय पूर्ण व्यवस्था के पक्ष में है। इसी के साथ भारत अंतरराष्ट्रीय संगठन की स्थापना वैश्विक विशन के साथ आगे बढ़ रहा है। ताकि एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रेड के विजन और आपदा इन्फ्राट्रक्चर को तैयार किया जा सके। भारत सरकार का कहना है कि जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक विश्व के 10 देशों में शामिल किया गया है। 

भारत सरकार के प्रयासों से जलवायु परिवर्तन से पैदा हो रही चुनौतियों के प्रति जनता को जागरूक किया गया है। जिस प्रकार से भारत सरकार काम कर रही हैं उनका कहना है कि अक्षय ऊर्जा में हमारी क्षमता में बीते 6-7 सालों में 250% का इजाफा हुआ है। वही ताजा आंकड़ों की माने तो आज भारत नवीनीकरण ऊर्जा क्षमता में वैश्विक स्तर पर शीर्ष 5 देशों की लिस्ट में है। वहीं भारत ने बीते कुछ सालों में आर्थिक मजबूती के साथ वन क्षेत्र में भी 15000 वर्ग किलोमीटर का इजाफा किया है। 

जानकारी के मुताबिक बीते कुछ सालों में वन क्षेत्र की विस्तार के साथ हमारे देशों में बाघों की संख्या भी दुगनी हुए हैं। वही तेंदुए की संख्या में करीब 60 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

वहीं भारत सरकार वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु योजना के तहत समग्र दृष्टिकोण के साथ कार्य कर रही है। जलमार्ग, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर जिस प्रकार भारत सरकार हरित परिवहन मिशन के साथ मजबूती से काम कर रही है। उसकी आज वैश्विक स्तर पर प्रशंसा की जा रही है। 

भारत सरकार के प्रयास से देश के 5 शहरों से बढ़कर 18 शहरों में मेट्रो रेल सेवा उपलब्ध है साथ ही भारतीय रेलवे नेटवर्क का एक बड़ा हादसा विद्युतीकरण किया जा चुका है वहीं भारत सरकार लगातार हवाई अड्डों पर तेजी से सौर ऊर्जा से बिजली उपयोग करने का प्रयास कर रही है। वही 50 से अधिक हवाई अड्डे पर बिजली के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा है। 

भारत में गुजरात स्थिति केवड़िया शहर इलेक्ट्रॉनिक वाहन शहर के रूप में विकसित किए जाने को लेकर परियोजनाओं पर लगातार काम जारी है। भविष्य में गुजरात के इस शहर में केवल बैटरी आधारित बस, दो पहिया वाहन, चार पहिया वाहन, देखने को मिलेंगे। 

वहीं 2022 में भारत में जलवायु परिवर्तन का काफी असर देखने को मिला है। उत्तर और पूर्वी हिस्से में पाला पड़ने के कारण काफी किसानों की फसल बर्बाद हुई। किसान समय पर फसल नहीं काट पाए। अब अरब सागर में चक्रवाती तूफान भी काफी तेजी से आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि भारत में बारिश की बात की जाए तो इस बार भारत में अच्छी बारिश हुई है। लेकिन कई क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त भी होता दिखाई दिया है। 

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