गोरखपुर: देश में जहां एक तरफ किसान आंदोलन जारी है, वहीं गोरखपुर में खाद कारखाना बनकर तैयार हो रहा है। जल्द ही किसानों को यहां से खाद भारी मात्रा में मिल पाएगी।
95% पूरा हुआ काम
गोरखपुर में बनकर तैयार हो रहा खाद का कारखाना क्षेत्र के लोगों के लिए काफी सुविधाएं लेकर आएगा। इसका 95% काम पूरा हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार जुलाई महीने से यहां कामकाज शुरू हो जाएगा।
4 मार्च को आएंगे मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा 4 मार्च को यहां आएंगे। खाद कारखाने का निरीक्षण करने के साथ-साथ अधिकारियों से बातचीत भी करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री रबड़ डैम का भी लोकार्पण करेंगे।
यह दक्षिण कोरिया से आए विशेष रबर की मदद से बनाया जाएगा। जिस पर गोलियों का भी असर नहीं होता है। इसके निर्माण में 28 करोड़ रुपए का कुल खर्च आएगा।
प्रधानमंत्री ने 2016 में किया शिलान्यास
खाद कारखाने का 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया था। इसके निर्माण में 7500 करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च आएगा। लेकिन इसका असर गोरखपुर ही नहीं, आसपास के कई अन्य जिलों तक भी होगा। किसानों के लिए खाद आसानी से यहां उपलब्ध होगी।
विश्व का सबसे ऊंचा प्रीलिंग टावर
गोरखपुर में बन रहे नए खाद कारखाने में कई खूबियां होंगी। इसका प्रीलिंग टावर लगभग डेढ़ सौ मीटर ऊंचा होगा। यह ऐसा विश्व का सबसे ऊंचा टावर होगा। वहीं इस कारखाने से हर दिन 38 हजार मिट्रिक टन खाद का निर्माण होगा, यह पूरी तरह से नीम कोटेड यूरिया होगी। इसके निर्माण के साथ ही पूर्वांचल के इलाकों में खाद का निर्माण बढ़ जायेगा। उधर के किसानों के लिए यह एक सौगात जैसा है, अक्सर किसान खाद की किल्लत का सामना करते रहते हैं।