गोल्ड कोस्ट। ऑस्ट्रेलिया में चल रहे गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की अच्छी शुरुआत देखने को मिली है। पहले ही दिन वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने 56 किलोग्राम में सिल्वर जीता तो वहीं मीरा बाई चानू ने 48 किलोग्राम की कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर सबको ये दिखा दिया कि इस बार भारतीय दल शानदार जीत दर्ज करने के लिए मैदान में उतरा है।
क्लीन ऐंड जर्क के पहले प्रयास में चानू ने 103 किलोग्राम भार उठाया और दूसरी कोशिश में 107 किलोग्राम वजन उठाया और तीसरे प्रयास में 110 किलोग्राम भार उठा लिया। 80 किलोग्राम भार उठाते ही उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स का रेकॉर्ड बना दिया। इसके बाद अपने तीसरे और आखिरी प्रयास में उन्होंने 86 किलो उठाकर कॉमनवेल्थ के अपने ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 85किलोग्रा को पीछे छोड़ दिया। भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में दो पदक हासिल कर लिए हैं और अब भारत की नजर बैडमिंटन खिलाड़ी और मुक्केबाजों पर भी टिकी हुई है।
भारत का नाम कॉमनवैल्थ में चमकाने वाली चानू ने बिना फिजियो के ही यह उपलब्धि हासिल की है। रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के बाद चानू ने कहा कि मेरे साथ यहां प्रतियोगिता के लिए कोई फिजियो नहीं था। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि मैंने अपने फिजियो के लिए अनुमति मांगा था लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई, लेकिन हम एक-दूसरे की मदद कर रहे थे। वहीं, पुरुषों के 56 किग्रा वर्ग में रजत जीतने वाले कर्नाटक के गुरूराजा ने कहा कि मुझे कई जगह चोट लगी है। मेरा फिजियो मेरे साथ नहीं है, इसलिए मैं घुटने और सिएटिक नर्व का इलाज नहीं करा पाया।