नई दिल्ली। बहुचर्चित गोधरा काण्ड में गठित नानावटी आयोग ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है, तीन हजार पन्नों की रिपोर्ट में आयोग ने नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी है। गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने नानावटी आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में रखी इसके बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने बताया कि, “आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि दंगे पूर्व नियोजित नहीं थे. रिपोर्ट में नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी गई है।”
गुजरात में 2002 में गोधराकांड के बाद भड़के दंगों पर नानावटी जांच आयोग की रिपोर्ट बुधवार को विधानसभा में पेश कर दी गई। गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने यह रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, आयोग ने दंगों के समय मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी और उनके तीन मंत्रियों को क्लीन चिट दे दी है।
इससे यह साबित होता है कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। यह मोदी और भाजपा को बदनाम करने की कांग्रेस और कुछ गैरसरकारी संगठनों की चाल थी। गोधराकांड में 59 कारसेवकों की मौत हुई थी। इसके बाद राज्य में भड़के दंगों में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे।
गुजरात के दंगों के मामले में 450 से ज़्यादा लोगों को अदालतों ने दोषी ठहराया है। इनमें से लगभग 350 हिंदू और 100 मुसलमान हैं। मुसलमानों में 31 को गोधरा कांड के लिए और बाक़ियों को उसके बाद भड़के दंगों के लिए दोषी पाया गया है।