चमोली। प्राप्त जानकारी से ज्ञात हुआ है जिला चमोली स्थित जोशीमठ – बदरीनाथ मार्ग पर विष्णुप्रयाग/ ऋषि गंगा में ग्लेशियर फटने से पानी बढ़ गया है बाढ़ एवं जनहानि संभव है। बिष्णुप्रयाग, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग, श्रीनगर से ऋषिकेश हरिद्वार तक अलकनंदा तथा गंगा नदी के किनारें न जाये । जन हानि संभव है। सावधानी रखने की सलाह दी गयी है।
उत्तराखंड के चमोली में बड़ा हादसा हो गया।
ग्लेशियर टूटाए ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान।
70 से 75 लोग ऋषि गंगा प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे।
लापता लोगो से संपर्क नहीं हो पा रहा।
सैलाब की वजह से कॉपर डैम टूटा।
ग्लेशियर टूटने से कई घर टूट कर बहे।
बहुत सारे लोगों के बहने की आ रही खबर।
जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन को आपदा कार्य मे जुटने के निर्देश।
एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी।
तपोवन में ऋषि गंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का चल रहा था कार्य।
अलकनंदा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा।
चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में रेणी गांव में एक बिजली परियोजना के पास अचानक हिमस्खलन के बाद धौलीगंगा नदी में जल स्तर बढ़ गया है। जिससे चमोली से हरिद्वार तक का खतरा बढ़ गया है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को धौलीगंगा नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ के लिए रवाना हो गए।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, DG ITBP व DG NDRF से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं।
सीएम रावत ने ट्वीट किया, राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड की धौली गंगा नदी में भयंकर बाढ़ आने के बाद से बिजली परियोजना में कार्यरत करीब 150 कर्मचारी लापता हैं।
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के संबंधित विभागों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।
जोशीमठ से करीब 25 किलोमीटर दूर पैंग गांव के ऊपर बहुत बड़ा ग्लैशियर फटा। जिसके चलते धौली नदी में बाढ़ आ गई। इसके बाद हिमस्खलन हुआ और ग्लैशियर की बाढ़ के चलते ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान हुआ।
उत्तराखंड सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं और आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं। वहीं एनडीआरएफ के 200 जवानों को भेजा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पानी का बहाव कर्णप्रयाग पहुंच चुका है। हालांकि नदी का जलस्तर सामान्य है। इसके साथ ही आपदा प्रभावित स्थान पर रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।