लखनऊ: यूपी में कोहराम मचा हुआ है. कहीं रेप, कहीं हत्या तो कहीं छेड़खानी. कोई जिंदा जला रहा है, कोई खुद जिंदा जलने के लिए मजबूर हो रहा है. अपराध की इन घटनाओं को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सीनियर आईपीएस अफसरों की बैठक बुलाई है. पुलिस अधिकारी जिस तरह से घटनाओं को खारिज कर रहे हैं लगता है योगी उससे संतुष्ट नहीं हैं.
लगातार हो रही है घटनाएं
प्रदेश में महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रही घटनाओं की वजह से योगी पर लगातार राजनीतिक हमले हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि पुलिस ऐसे बयानों को जांच का आधार बना रही है जिसमें पीड़ित पक्ष बयान बदल रहा है.
पहला मामला
मेरठ में एक छात्रा को घर में घुसकर मार-पीट और जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया. छेड़छाड़ का विरोध करने पर सरधना कस्बे में शुक्रवार सुबह मनचलों ने घर में घुसकर कक्षा दसवीं की छात्रा और उसके परिजनों पर हमला बोल दिया. परिवार का आरोप था कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर पहले उन लोगों ने हमारे साथ मार-पीट की. फिर दबंगों ने बेटी पर मिट्टी का तेल उड़ेल दिया और आग लगा दी. परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था.
पुलिस का बयान
अब पीड़िता के पिता ने पुलिस को बयान दिया है कि हो सकता है लड़की ने अपने आप मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग लगाई हो.
दूसरा मामला
मेरठ के लिसाड़ी गांव में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जहां बेटी से छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों ने पिता की चाकू से गोद कर हत्या कर दी. पुलिस ने हत्यारे को चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस का बयान
चाकू मारकर हत्या के मामले में पीड़ित पक्ष जहां मृतक की बेटी से कथित छेड़छाड़ का विरोध करने को वजह बता रहा है, वहीं पुलिस इस मामले में पशु कुर्बानी को लेकर हुई बहस को वजह बता रही है. एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि कल देर रात हुई इस घटना के बाद मृतक पक्ष ने जो तहरीर दी थी उसमें छेड़छाड़ का कोई जिक्र नहीं किया गया था. लेकिन आज मृतक पक्ष घटना की वजह छेड़छाड़ को बता रहा है.