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कोरोना की मौतों के बीच अचानक 73 साल पहले पानी में डूबा भूताह गांव हुआ जिंदा, खत्म हो जाएगी दुनिया ?

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चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस सबसे ज्यादा मौत अमेरिका और इटली जैसे बड़े देशों पर बरसा रहा है। तमाम कोशिशों के बाद बड़े देश इस महामारी के आगे घुटनें टेक चुके हैं। जहां एक तरफ अमेरिका में कोरोना से मौंतों का आंकड़ा एक लाख पार कर चुका है तो वहीं दूसरी तरफ इटली में 30 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।

boot 2 कोरोना की मौतों के बीच अचानक 73 साल पहले पानी में डूबा भूताह गांव हुआ जिंदा, खत्म हो जाएगी दुनिया ?

इटली के लूका प्रांत के टसकैनी शहर में स्थित इस गांव को देखने का मौका 26 साल बाद वापस आ रहा है। जब वागली झील खाली हो जाएगी। यह गांव हमेशा 34 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी में डूबा रहता है।

1947 में इस गांव के ऊपर एक डैम बना दिया गया था। कहा जाता है कि यहां बुरी आत्माएं थीं, इसलिए गांव को पानी में दफन कर दिया गया।

इस गांव को इस वैली में 12वीं शताब्दी के आसपास बसाया गया था। इटली के इस इलाके में लोग इस गांव को ‘घोस्ट विलेज’ कहते हैं और इसके नज़र आने को अपशकुन भी माना जाता है।
हालांकि ये सब सिर्फ अंध-विश्वास ही है। इटैलियन मुलीनोईसोला वेबसाइट के मुताबिक साल 1947 तक ये गांव आबाद था और बेहद कम लेकिन लोहे का काम करने वाले लोग यहां रहा करते थे।

ये बांध किसी प्राकृतिक आपदा में नहीं बल्कि पास ही एक बांध बनाए जाने के चलते डूबा था। मिली जानकारी के मुताबिक इसे डूबने से पहले ही खाली करा लिया गया था।आस-पास के लोग इस गांव से जुड़ी कई कहानियां सुनाते हैं और इसके नज़र आने को अपशकुन के तौर पर भी देखा जाता है।

उनके मुताबिक जब बांध बनाया गया था तो इस गांव को जबरदस्ती खाली कराया गया था तभी से ये गांव मनहूस माना जाने लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक आखिरी बार साल 1994 में झील में पानी कम होने पर ये गांव नज़र आने अलग था। ये गांव 1947 से 4 बार ही लोगों के सामने आया है।

73 साल से पानी में कैद यह गांव अब तक सिर्फ चार बार दिखाई दिया है। 1958, 1974, 1983 और 1994 में. तब लोग यहां घूमने गए थे।शहर के रिकॉर्ड के मुताबिक पिछली बार जब ये नजर आया था तो देश भर से करीब 10 लाख लोग इसे देखने के लिए आए थे। इस बांध का रखरखाव करने वाली कंपनी एनेल ने फॉक्स न्यूज़ को बताया-इस गांव का नज़र आना असामान्य बात नहीं है। फिलहाल बांध में कुछ काम चल रहा है और इस साल ये गांव नज़र आने लगा है आने वाले साल में ये और ज्यादा नज़र आने लगेगा।

इस गांव में आज भी चर्च, सिमेट्री और पत्थरों से बने घर दिखाई देते हैं। वागली डी सोटो के पूर्व मेयर ने बताया कि जैसे ही पानी कम होगा, लोग इसे देखने आने लगेंगे। झील के खाली होने पर तो इस गांव के अंदर घूमने के लिए लोग पहुंच जाते हैं।

इनेल कंपनी ने कहा है कि वो झील को खाली करके कुछ दिनों के लिए गांव को वापस खोलेंगे, ताकि इलाके का पर्यटन बढ़ सके। साथ ही झील की सफाई हो सके और इतने पुराने बांध की कुछ मरम्मत की जा सके।

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इस गांव को खोलने के पीछे रोम सरकार का एक मात्र उद्देश्य पैस कमाना है। तो वहीं गांव के आस-पास बसे लोगों का कहना है कि, इस भूतिया गांव का दौबारा पानी के ऊपर आना कई तरह की अनहोनी की तरफ इशारा करता है। इटली पहले से ही कोरोना से जूझ रहा है। ऐसे में इस भूतिया गांव को खोलना नई मुसीबत पैदा कर सकता है।

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