अर्थव्यवस्था के गुरुवार को सामने आए आंकड़ों से सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई है। जहां पीएम मोदी अर्थव्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही थे तो जमीनी हकीकत उसके उलट ही दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण जीडीपी में इतनी गिरावट दर्ज की गई। इसे मुद्दा बनाकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है। लेकिन पूर्व प्रधामंत्री द्वारा संसद में कही गई एक बात पर ध्यान दिया जाए तो उनकी बात अब सच होती हुई दिखाई दे रही है।
साल 2016 में नोटबंदी पर संसद में हो रही बहस के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री ने इस बात को साफ किया था कि नोटबंदी देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभरेगी। लेकिन अब उनकी बात सच होती हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि इस बार तिमाही जीडीपी में 2 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साफ कहा था कि दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है जहां पर लोगों द्वारा अपना पैसा बैंक में जमा कराकर उस पैसे को निकाला नहीं गया हो।
मनमोहन सिंह ने कहा था कि नियम रोज बदलेंगे तो यह सरकार की विफलता साबित होगी। उन्होंने संसद में पहले ही कहा था कि करेंसी सिस्टम पर लोगों का भरोसा कम हुआ है और सरकार हर दिन नए नियम बना रही है। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने नोटबंदी को सामान्य करने के लिए 50 दिन मांग रहे हैं लेकिन वो 50 दिन लोगों को किसी भारी दर्द का सामना कर गुजारने पडे़ंगे। लेकिन इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान मनमोहन सिंह पर वार किया था कि वह काफी वर्षों से भारत के आर्थिक फैसलों से उनका सीधा संबंध रहा था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि मनमोहन सिंह बाथरूम में भी रेनकोट पहन कर नहाते हैं। और ऐसा कोई भी उनके अलावा नहीं कर सकता है।