सोमवार को मानसून सत्र में हंगामा होने के आसार जातए जा रहे थे। और सोमवार को राज्यसभा की शुरूआत हंगामे के साथ ही हुई है। सदन की शुरूआत गुजरात में कांग्रेस विधायकों द्वारा दिए जा रहे इस्तीफों के साथ हुई। इस मुद्दे पर सदन में जनकर हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस द्वारा सदन में पुलिस द्वारा विधायकों का अपहरण करने का मामला उठाया गया। वही लोकसभा में भी गुजरात में कांग्रेसी विधायकों द्वारा दिए जा रहे इस्तीफों का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को इस दौरान सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया था।
राज्यसभा में उप सभापति द्वारा बार बार बोलने पर भी कांग्रेस विधायक नारेबाजी करने से बाज नहीं आए। उप सभापति ने कहा कि यह मुद्दा पहले भी उठाया गया है इसलिए फिर से इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। लेकिन नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। दूसरी तरफ लोकसभा में कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कमान संभानी और कहा कि किसी की हत्या करना ठीक नहीं है और वह इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा है कि देश में सरकार और कानून व्यवस्था है भी या नहीं।
लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा है कि गौ हत्या को लेकर देश में जगह जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं। और यह सब कुछ ऐसे वक्त पर हो रहा है जब इसके लिए कानून भी बनाए जा चुके हैं। उन्होंने इस सब के पीछे खुलासा करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा है कि इसके पीछे किसी का हाथ है और इसका खुलासा होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि गौरक्षकों की सभी संस्थाएं बीजेपी के साथ जुड़ी हुई हैं। जो भी घटना घट रही है उसके पीछे केंद्र सरकार है। आपको बता दें कि लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों ने पिछले दिनों मानसून सत्र के दौरान मॉब लिंचिंक पर हंगामा किया था। हंगामा इतना ज्यादा था कि लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें पांच दिन के लिए बर्खास्त कर दिया था।