इलाहाबाद। सूबे में सीएम योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा के लिए लाख वादे और दावे करें लेकिन खुद डिप्टी सीएम के गृहनगर इलाहाबाद में गैंगरेप कर एक महिला के गुप्तांगों में तेजाब डालने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस शर्मनाक कांड ने एक बार फिर दिल्ली के निर्भया कांड की वारदात को ताजा कर दिया है। धर्म नगरी इलाहाबाद में ये वारदात शहर से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर यमुनापार इलाके के घूरपुर की है। जहां पर दो आरोपियों ने एक महिला का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया इसके बाद आरोपियों का मन नहीं भरा तो उसके गुप्तांग में तेजाब डाल दिया।
जिस घटना को सुनकर इंसानियत शर्मसार हो जाए लेकिन अगर उस घटना में पीडिता के साथ मानवता से बत्तर सलूक किया जाये जिससे इंसानियत की रूह कांप उठे तो क्या कहेंगें। इतना सब तुछ होने के बाद अगर पीड़िता न्याय की गुहार लगाने जाये और पुलिस उसे खाली हाथ लौटा दे तो और भी शर्मनाक स्थिति सूबे की बनती है। लेकिन जब ये जिला सूबे के डिप्टी सीएम का गृहजनपद हो तो पुलिसिया रवैया और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल तो उठना लाजमी है। पीड़ित परिवार ने पुलिस को इस प्रकरण का जिम्मेदार बताया है। हांलाकि बाद में पुलिस ने इस वारदात में शामिल दोनों अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया है।
बताया जा रहा है कि पीड़िता इलाहाबाद के एक प्राइवेट स्कूल में आया का काम करती है। इसी स्कूल के एक कर्मचारी ने उसे फोन कर झूठ बोला और स्कूल बुला लिया लेकिन जब वह स्कूल पहुंची तो वहां ताला बंद था। इसके बाद वह वहां से वापस लौटने लगी तो उस कर्मचारी ने एक और व्यक्ति के साथ मिलकर पहले उसका अपहरण किया। उसे ये एक बाग में लेकर गए जहां बारी बारी से दोनों से पहले उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद इन आरोपियों ने उस महिला के गुप्तांग में तेजाब डाल कर जला दिया। इसके साथ ही शरीर के निचले हिस्से में कई जगह तेजाब से हमला किया। फिलहाल पीड़िता को सीएचसी में भर्ती कराया गया है । जहां से उस मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जा चुका है। फिलहाल वह मंडलीय अस्पताल में भर्ती है। बताया जा रहा है कि पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है।