कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर सभी राज्य सरकारें चिंतित नजर आ रही हैं। और साथ ही त्यौहारों सा सीजन भी आ रहा है। 10 सितम्बर से शुरु होने वाले गणेश उल्सव को लेकर बीएमसी ने कोरोना गाइडलाइन्स बनाई हैं। ताकि कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को टाला जा सके। आपको बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर की आहट दिखने को भी मिल रही है। जिस तरह से केरल में केस बढ़ते नजर आ रहे हैं। साथ ही मुंबई में कोरोना के केस बढ़ते नजर आ रहे हैं। इस सबको देखकर तो लगता ही है कि कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है।
लेकिन वहीं मुंबई के मेयर ने जानकारी दी थी कि मुंबई में कोरोना ने दस्तक दे दी है। लेकिन आज उन्होंने अपने ही बयान को बदलते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है, मुंबई में कोरोना का की तीसरी लहर अभी नहीं आयी है। लेकिन अगर उनकी बात मान भी ली जाये तो मुंबई के केसों का आंकड़ा कुछ और ही कहता है। बता दें कि मुंबई में इस महीने सिर्फ एक हफ्ते में जितने कोरोना के केस मिले हैं वो अगस्त में मिले मामलों का करीब 31 प्रतिशत हैं। इसका मतलब है कि जितने केस पूरे अगस्त मे सामने आए थे, उसके करीब 31 प्रतिशत सिर्फ 7 दिन में मिले हैं।
वहीं अगस्त के महीने में मुंबई में नौ हजार तीन सौ से ज्यादा केस दर्ज किये गये थे। वहीं 1 से 7 सितंबर के बीच 2,900 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। इन आंकड़ों को देखकर तो यही लगता है कि कोरोना फिर अपनी रफ्तार तेज कर रहा है।
10 सितम्बर से गणेश चतुर्थी का फेस्टिवल शुरु होने वाला है, ऐसे में सरकार को चिंता है कि कहीं कोरोना और अपनी रफ्तार को तेज ना कर दें, इसलिये बीएमसी ने गाइडलाइंस जारी कर जारी करते हुए कहा है की गणेश मूर्ति को लाने के लिये सिर्फ 5 से ज्यादा लोग इकट्ठा न हों। साथ यही नियम गणेश विर्सजन के समय भी लागू होगा।
सात ही सार्वजनिक गणेश मूर्ति पंड़ाल के विसर्जन में सिर्फ 10 लोग ही शामिल होने की बात कही गयी है साथ ही उन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिये। इसी के साथ घर पर रखी जाने वाली गणेश मूर्ति की ऊंचाई 2 फीट से ज्यादा नही होनी चाहिये, वहीं सार्वजनिक मूर्तियों की ऊंचाई 4 फीट से ज्यादा नही होनी चाहिये। पंडाल में भीड़ पर रोक लगा दी गयी है। गणपति पंडालों में लोग ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।