देश कोरोना की दूसरी लहर से परेशान है, कोरोना से मौत के आकंड़ों में कोई कमी आती नहीं दिख रही है। विशेषज्ञ लगातार वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन अबतक सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है। लेकिन कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है, जिस वजह से टीकाकरण अभियान में रुकावट आ रही है। इसे देखते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज केंद्र सरकार को सुझाव दिए।
नितिन गडकरी ने बताया कैसे खत्म होगी किल्लत
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर सप्लाई से ज्यादा वैक्सीन की मांग रहेगी तो मुश्किल आएगी। ऐसे में सरकार को 1 कंपनी के बजाय 10 कंपनियों को वैक्सीन प्रोडक्शन की मंजूरी देनी चाहिए। कंपनियों को देश में सप्लाई करने दीजिए और फिर जब हमारे पास वैक्सीन हो जाएंगी तो ये कंपनियां फिर विदेशों में एक्सपोर्ट करेंगी। हमें ये काम 10-15 दिनों में कर लेना चाहिए।
‘आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो ये जरूरी’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को अभी दवाओं के लिये कच्चा माल विदेशों से मंगाना पड़ता है। अगर हम आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं, तो भारत के सभी जिले चिकित्सा के मामले में आत्मनिर्भर होने चाहिये। देश इस समय स्वास्थ्य क्षेत्र में गहरे संकट से गुजर रहा है।
गडकरी के बयान पर कांग्रेस का तंज
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सुझाव पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि क्या उनके बॉस ये सुन रहे हैं ? 8 अप्रैल को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी ऐसा ही सुझाव दिए थे।
But is his Boss listening? This is what Dr. Manmohan Singh had suggested on April 18th. https://t.co/iqgPgJJ6Y7
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 19, 2021