बाॅलीवुड। फिल्म इंडस्ट्री में आए दिन हलचलें तेज होती रहती हैं। कभी किसी फिल्म को लेकर तो कभी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को लेकर। किसी न किसी के गले में परेशानी की जंजीरे पड़ी ही रहती हैं। चाहें काई निर्देशक हो, अभिनेता हो या फिर कोई अभिनेत्री हो। परेशानी पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। इन दिनों निर्देशक रामगोपाल वर्मा की परेशानी बढ़ने पर है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने रामगोपाल वर्मा पर पाबंदी लगा दी है। के अध्यक्ष बी. एन. तिवारी, संगठन के सचिव अशोक दुबे और ट्रेशरर गंगेश्वर लाल श्रीवास्तव ने बकाया रकम के सिलसिले में रामगोपाल वर्मा को पहले ही एक कानून नोटिस भेज दिया था। मगर संगठन के तमाम पदाधिकारियों का इल्जाम है कि रामगोपाल वर्मा ने न तो उनके इस कानूनी नोटिस का जवाब दिया और न ही बकाया रकम का भुगतान ही किया है। जिसके चलते संगठन को इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा।
रामगोपाल वर्मा पर 1.25 करोड़ रुपये बकाया-
बता दें कि FWICE के तहत विभिन्न विधाओं से जुड़े 32 संगठन काम करते हैं और इन सभी ने अब रामगोपाल वर्मा के साथ काम नहीं करने और शूटिंग में उनका सहयोग नहीं करने का फैसला लिया है। उन पर कई कलाकारों, टेक्नीशियनों और मजदूरों का 1.25 करोड़ रुपये बकाया नहीं चुकाने का इल्जाम है। संगठन के मुताबिक, रामगोपाल वर्मा को संगठन द्वारा भेजा गया कानूनी नोटिस 17 सितंबर, 2020 को प्राप्त हुआ था। इस नोटिस में उन सभी टेक्नीशियनों, कलाकारों और मजदूरों के नाम और अन्य जानकारियां दर्ज हैं, जिनका भुगतान बाकी है। FWICE का कहना है कि इससे पहले भी संगठन ने कई बार रामगोपाल वर्मा को खत लिखकर भुगतान करने की ताकीद दी थी था, मगर उन्होंने किसी भी खत की डिलीवरी लेने से ही इनकार के दिया था।
बी. एन. तिवारी ने गोवा के सीएम को भी लिखा था खत-
इसके साथ ही बी. एन. तिवारी ने इस मसले पर कहा कि हाल ही में रामगोपाल वर्मा गोवा में शूटिंग करते हुए नजर आए थे। इस सिलसिले में हमने गोवा के मुख्यमंत्री को 10 सितम्बर को एक खत भी लिखा था। जब तक रामगोपाल वर्मा कलाकारों, टेक्नीशियनों और मजदूरों का बकाया नहीं चुका देते, हमारे संगठन से जुड़े लोग उनके साथ काम नहीं करेंगे। इस मामले में हमने इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPAA) और प्रोड्यूसर्स गिल्ड इंडिया को भी सूचित कर दिया है।