श्रीनगर। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में गुरुवार को कश्मीर हिंसा को लेकर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कश्मीर के आवाम से अपील की कि वे शांति और अमन कायम करने में सरकार और सेना की मदद करें साथ ही गृह मंत्री ने कहा कि हम सभी से बात करने को तैयार हैं, लेकिन सभी को कश्मीर की पीड़ा को समझना होगा।
इसके साथ ही गृहमंत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें उन असमाजित तत्वों को खोजना है जो कश्मीर के नौजवानों को बरगला रहे हैं। उनकी करीब 25 प्रतिनिधिमंडल से बातचीत हुई है, सभी से अच्छी बात हुई है और सभी शांति चाहते हैं। क्या जो कश्मीर के युवाओं के हाथ में पत्थर दे रहे हैं वे उनका भविष्य बना सकते? लोगों से अपील करता हूं कि यहां के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने दें।
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के 95 फीसदी लोग अमन चाहते और बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन सिर्फ 5 फीसदी लोग अपने हितों के लिए गलत राह पर हैं।
गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में अशांति के बीच आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह के दौरे का दूसरा दिन है। सुरक्षा हालात पर चर्चा के लिए राजनाथ सिंह ने आज जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की है। श्रीनगर में आज राजनीतिक दलों के नेताओं सहित सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने भी उनसे मुलाकात की।