प्रयागराज: जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में खंड शिक्षाधिकारी भर्ती का टॉपर फर्जी पाया गया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 309 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में ललौली रोड थाना बिंदकी, फतेहपुर के रहने वाले प्रणव ने टॉप किया था। आयोग ने 30 जनवरी को इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया था।
सर्टिफिकेट में कर दिया तोड़-मरोड़
बता दें कि 8 से 10 फरवरी तक अभिलेखों के वेरिफिकेशन के दौरान प्रणव पुत्र अशोक कुमार गुप्ता का बीएड का सर्टिफिकेट संदिग्ध लगा। इसके बाद प्रमाणपत्र जारी करने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी एलनगंज से जांच की रिपोर्ट भेजने की प्रार्थना की। परीक्षा नियामक की जांच में पता चला कि प्रणव पुत्र अशोक कुमार गुप्ता ने डीएलएड प्रशिक्षण साल 2017 में पास किया है। कैंडीडेट ने डीएलएड के सर्टिफिकेट में छेड़छाड़ कर उसे बीएड में बदल दिया, जो अपराध की श्रेणी में आता है।
आयोग ने दर्ज कराई एफआईआर
मामले का पता चलते ही आयोग ने एक मार्च को परीक्षा के टापर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज करा दी। बता दें कि आयोग ने 13 दिसंबर 2019 को बीइओ के 309 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। इस विज्ञापन को देखने के बाद 528314 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 16 अगस्त 2020 को शुरुआती परीक्षा का परिणाम एक अक्टूबर को घोषित किया था, जिसमें 4591 कैंडीडेट मेन इग्जाम के लिए सफल घोषित हुए थे।
सतर्कता बरतने से ही रुकेंगे ऐसे मामले
बता दें कि शिक्षा विभाग नकल माफियाओं और तमाम फर्जी कामों पर नकेल कसने का प्रयास लगातार करता रहता है, लेकिन फिर भी इस तरीके के फर्जी कामों पर रोक नहीं लग पा रही है। विभाग को इस ओर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है, जिससे दोबारा कोई दस्तावेजों में हेर-फेर करने की कोशिश न कर सके।
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