उन्नाव। उन्नाव में लगभग डेढ़ साल पहले हुए मनरेगा कामों में घोटाले की शिकायत का मामला खुलकर सामने आया है। जहां पर कई राजनीतिक दबाव के चलते घोटाले की फाइलों को दबा दिया गया था। अब उन्नाव डीएम के आदेश पर घोटाले के आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। मामला उन्नाव के नवाबगंज ब्लॉक का है जहां पर मनरेगा के कामो में हुई धांधली को लेकर किये गए लाखों के घोटाले का पर्दाफाश हो गया है। जिसमें पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटों और दो बीडीओ एक ग्राम प्रधान समेत 12 लोगो के खिलाफ उन्नाव के अजगैन थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस खबर के सामने आने के बाद सरकारी धन का गबन और घोटाला करने वालो में हड़कंप मच गया है। जब शिकायतकर्ता प्रभुता देवी के प्रार्थना पत्र पर उन्नाव डीएम ने जांच के आदेश दिए जहां पर 9 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत हुए कामो की जांच कराई गयी। जिसमे मौके पर पहुंची जांच टीम ने मनरेगा के कामों में फर्जीवाड़ा पाया और 5 गावों में मनरेगा में कोई काम तक नहीं किया गया था। वहीँ जाच टीम ने जब दस्तावेज खंगालने शुरू किये तो पता चला की जिस कॉन्ट्रेक्टर की फर्म को रजिस्टर्ड किया गया। उसमे गोलमाल किया गया है उस फर्म के पार्टनर कोई और नही खुद पूर्व ब्लॉक प्रमुख के दोनों बेटे थे।
वित्तीय वर्ष पन्द्रह-सोलह में कुल नौ काम ऐसे थे जिनकी शिकायत की गयी की मौके पर काम नहीं किया गया मनरेगा योजना के अंतर्गत और उसका भुगतान किया गया।
(अनूप कुमार वर्मा, संवाददाता)