सीरिया में आज अमेरिका, फ्रांस और इंग्लैंड की तरफ से हुए मिसाइली हमले से राष्ट्रपति बशर अल असद और रूसी प्रेजीडेंट व्लादिमीर पुतिन तिलमिलाए हुए हैं। इस कार्रवाई को पिछले हफ्ते देश में हुए केमिकल हमले की प्रतिक्रिया बताया है। फ्रांस ने दावा किया है कि सीरिया के रासायनिक हथियारों के जखीरे का ज्यादातर हिस्सा तबाह कर दिया गया है और उसने (सीरिया) सबक भी सीख लिया है। वहीं, इस कार्रवाई से रूस और ईरान तिलमिला गए हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। पुतिन ने इसे ‘आक्रामक कार्रवाई’ करार देते हुए चेतावनी दी है कि इससे सीरिया में मानवीय संकट बढ़ जाएगा।
फ्रांस के विदेश मंत्री जां इव ली दारियां ने शनिवार को दावा किया कि पैरिस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा सीरिया पर किए गए हमले में बड़ी मात्रा में दमिश्क के रासायनिक हथियार नष्ट कर दिए गए हैं। फ्रांस ने यह दावा भी किया कि सीरिया ने इस हमले से सबक सीख लिया है। उन्होंने कहा, ‘बड़ी मात्रा में इसका रासायनिक हथियार नष्ट कर दिया गया है।’ आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा हवाई हमलों की घोषणा करने के बाद अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर शुक्रवार रात हमले किए। इस हमले में तीनों देशों ने कई अत्याधुनिक हथियारों जैसे, B-1 बॉम्बर्स, टोरनैडो जेट्स के साथ युद्धपोत का भी प्रयोग किया।